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    दिल्ली में कब दुरुस्त होगी 70 वार्डों की सफाई व्यवस्था? निगम ने अभी निकाला है तीन जोन के लिए टेंडर

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 07:58 AM (IST)

    दिल्ली नगर निगम के 70 वार्डों में कूड़ा निस्तारण की समस्या बनी हुई है जिससे लगभग 30 लाख नागरिक परेशान हैं। नई एजेंसी के चयन में देरी के कारण सफाई व्यवस्था प्रभावित है। निगम ने टेंडर जारी किए हैं लेकिन काम शुरू होने में तीन-चार महीने लगेंगे। पार्षदों का कहना है कि वर्तमान एजेंसी के पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं जिससे कूड़ा उठाने में दिक्कत हो रही है।

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    चांदनी चौक में पड़ी गंदगी व कीचड़। फोटो- जागरण

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के 250 वार्ड में से तीन जोन के 70 वार्ड में सफाई व्यवस्था सुधरने में अभी तीन से चार माह का समय लगेगा। कूड़ा उठाने के लिए नई एजेंसी के चयन के लिए एमसीडी ने टेंडर तो निकाल दिए हैं, लेकिन पूरी प्रक्रिया होने के साथ ही जमीनी स्तर पर काम करने मे वक्त लगेगा।

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    ऐसे में 70 वार्ड के लोगों को फिलहाल जो समस्या आ रही है उससे अभी निजात मिलना मुश्किल नजर आ रहा है। हालांकि निगम ने अतिरिक्त तौर पर कूड़े उठाने के लिए टाटा 407 और अन्य वाहनों को पांच माह के लिए अनुबंधित करने का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन फिलहाल इससे कोई समाधान नहीं होगा क्योंकि जहां वार्ड में सात से आठ टिप्पर आते थे वहां पश्चिमी जोन में अभी तीन से चार ही टिप्पर कूड़ा उठाने पहुंच रहे हैं। इसकी वजह से न तो रिहायशी इलाकों से समय से कूड़ा उठ रहा है और न डलावों और अन्य स्थानों से कूड़ा उठ पा रहा है।

    उल्लेखनीय है कि करीब दो वर्ष मध्य जोन के 25 वार्ड में कूड़ा उठाने वाली एजेंसी का कार्यादेश खत्म हो चुका था तो वहीं ऐसी ही स्थिति दक्षिणी और पश्चिमी जोन में है। तीनों जोन में कुल मिलाकर 70 वार्ड के करीब 30 लाख लोग इस समस्या से परेशान हो रहे हैं।

    निगम के अनुसार उसने मध्य जोन में 933 करोड़ रुपये की राशि का सात साल के लिए कूड़ा उठाने वाली एजेंसी की नियुक्ति के लिए निविदा आमंत्रित की है। ऐसे ही पश्चिमी जोन में 1123 करोड की निविदा सात साल के लिए आमंत्रित की है।

    वहीं दक्षिणी जोन में 1180 करोड की राशि से दक्षिणी जोन में कूड़ा उठाने के लिए सात साल के लिए एजेंसी से निविदा आमंत्रित की है। इन निविदाओं को अगले माह के मध्य में खोला जाएगा । ऐसे में कार्यादेश जारी करने में पूरा अक्टूबर माह लग सकता है। इसके बाद एजेंसियों को अपने संसाधन जमीनी स्तर पर उतारने में भी दो माह का समय लग जाएगा।

    हम बार-बार यह समस्या उठा रहे हैं कि पश्चिमी जोन में कूड़ा उठाने वाली जो एजेंसी है उसका कार्य ठीक किया जाए लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। जोन के सभी पार्षद और नागरिक समय से कूड़ा न उठने से परेशान हैं।- प्रवीण कुमार, आप पार्षद, जनकपुरी

    पहले जो कंपनी थी वह बार-बार उसका टेंडर बढ़ाया गया। अब जो कंपनी लगाई है वह भी सही से काम नहीं कर रही है। न तो उसके पास मशीन है और न ही उसके पास कर्मचारी है। जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।-राजपाल सिंह, भाजपा पार्षद, श्रीनिवास पुरी 

    आम आदमी पार्टी के चलते ऐसा हुआ कि टेंडर समय पर नहीं हो पाए और स्थायी समिति का गठन नहीं हो पाया था। भाजपा की सरकार आने के बाद चीजों में सुधार हो रहा है। हमने निविदा आमंत्रित कर दीहै। हम इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने में जुटे हैं। -राजा इकबाल सिंह, महापौर, दिल्ली