STF ने दबोचे मेवाती गिरोह के दो बदमाश, पूछताछ में शातिरों ने उगले कई बड़े राज
दिल्ली में एसटीएफ ने मेवाती गिरोह के दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पहले वाहन मैकेनिक का काम सीखा फिर चोरी करने लगे। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर चोरी के पांच वाहन बरामद किए। पूछताछ में पता चला कि वे चोरी करने से पहले बाइक ठीक करने का काम करते थे जिससे उन्हें लॉक तोड़ना आ गया। वे चोरी के वाहनों को सस्ते में बेचते थे।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी पूर्वी जिले की एसटीएफ ने मेवाती गिरोह के दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने पहले वाहन मैकेनिक का काम सीखा। फिर वाहन चोरी करने लग गए।
एडीसीपी ऐश्वर्या शर्मा ने बताया कि चोरों की पहचान हरियाणा के नूंह स्थित गांव नहेड़ा निवासी यासिर और रौनक के रूप में हुई है। दोनों पूर्व में पांच-पांच मामलों में संलिप्त रह चुके हैं। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर चोरी के पांच वाहन बरामद किए हैं।
एसटीएफ प्रभारी इंस्पेक्टर शिव कुमार ने बताया कि दोनों मेवाती गिरोह के सकि्य चोर हैं। इनकी गिरफ्तारी से पांच मामलों का निपटारा किया गया है। जिले में वाहन चोरी के मामले सामने आ रहे थे। इस पर एसटीएफ ने संदिग्धों की छानबीन शुरू की।
16 जुलाई को सूचना मिली कि यासिर और रौनक नाम के शातिर किसी वारदात को अंजाम देने के लिए फरीदाबाद से पुल प्रहलादपुर होते हुए एमबी रोड आ रहे है। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों एक बाइक पर आ रहे थे। आरोपित जिस बाइक से आ रहे थे, वह बदरपुर थानाक्षेत्र से चोरी की थी।
आरोपितों ने बताया कि वह कई वाहन चोरी कर चुके हैं। दोपहिया वाहन चोरी करने के बाद आरोपित इन्हें सात से आठ हजार रुपये में बेच देते थे। पुलिस इनसे चोरी के वाहन खरीदने वाले का भी पता लगा रही है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि चोरी करने से पहले आरोपितों से बाइक ठीक करने का काम सीखा था। इससे वह बाइक का लाक तोड़ना सीख गए। फिर वाहन चोरी करने लगे।
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