यमुना की सफाई और पानी की समस्या दूर करने के लिए हथनी कुंड बैराज के पास बनेगा डैम, केंद्रीय मंत्री का एलान
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सिंधु जल संधि के निलंबन से दिल्ली हरियाणा और राजस्थान को अगले डेढ़ साल में पर्याप्त पानी मिलेगा। यमुना की सफाई और पानी की समस्या दूर करने के लिए हथनी कुंड बैराज के पास डैम बनेगा। पहलगाम हमले के बाद संधि निलंबित की गई जिससे भारत का पानी पाकिस्तान जाता था अब उसका उपयोग भारत में होगा।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल कहा है कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि के निलंबन से अगले एक से डेढ़ वर्ष में दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान को पर्याप्त जल उपलब्ध कराया जाएगा।
दिल्ली का नया ड्रेनेज मास्टर प्लान जारी करते हुए उन्होंने कहा, यमुना की सफाई और दिल्ली में पानी की समस्या दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। हथनी कुंड बैराज के पास डैम बनाने का निर्णय लिया गया है। इससे बाढ़ नियंत्रण के साथ ही गर्मी के दिनों में पानी की कमी दूर करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि "निलंबित" कर दी गई है। इस संधि के कारण भारत का पानी पाकिस्तान चला जाता था। अब उस पानी का उपयोग भारत में होगा। इसका पानी अगले डेढ़ वर्ष के अंदर दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान को वह मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि 1960 से प्रभावी यह संधि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के वितरण और उपयोग को नियंत्रित करती है। सिंधु नदी प्रणाली में मुख्य नदी सिंधु के साथ-साथ उसकी सहायक नदी रावी, व्यास, सतलुज, झेलम और चिनाब शामिल हैं।
संधि के तहत भारत को सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के जल पर विशेष अधिकार प्रदान किया गया। सिंधु, झेलम और चिनाब के पानी बड़ा हिस्सा पाकिस्तान को आवंटित किया जाता था। पहलगाम हमले के बाद यह संधि निलंबित कर दिया गया है।
मनोहर लाल ने कहा, मानसून में हिमाचल प्रदेश से अधिक पानी आने के कारण हथनी कुंड बैराज से उसे यमुना में डालना पड़ता है। ऐसा नहीं करने पर हथनी कुंड बैराज क्षतिग्रस्त हो जाएगा और दिल्ली में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। इसके समाधान के लिए हथनी कुंड बैराज के पास डैम बनाने का निर्णय लिया गया है। शीघ्र ही इसका काम शुरू होगा।
हिमाचल प्रदेश में रेणुकाजी बांध परियोजना, उत्तराखंड में लखवार बांध परियोजना और उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश किशाऊ बांध परियोजना का काम पूरा होने से भी दिल्ली को पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।