दिल्ली की सड़कों पर गड्ढों का राज, कब मिलेगी राहत? इन इलाकों का सबसे बुरा हाल
दिल्ली सरकार के गड्ढे भरने के दावे के बावजूद पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली की सड़कें बदहाल हैं। यमुनापार और दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में सड़कों पर गड्ढे भरे हुए हैं जिससे मानसून में दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। सेंट्रल दिल्ली में भरे गए गड्ढे कुछ हद तक ठीक हैं लेकिन बाकी दिल्ली में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

अनूप कुमार सिंह, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने हाल ही में सड़कों के 3400 गड्ढे एक दिन में भरने का दावा किया। इसके निमित्त उत्सव जैसा आयोजन कर जोर-शोर से कुछ गड्ढे भरे भी गए, लेकिन दिल्ली की सड़कों के बड़े गड्ढे अपने भरने का इंतजार ही करते रह गए।
पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली के हालात बाकी स्थानों से ज्यादा खराब हैं। यहां की सड़कों को अपने गड्ढे भरे जाने की अब भी प्रतीक्षा है। दिल्ली में कई स्थानों पर ये गड्ढे मानसून में परेशानी और हादसों का सबब बन सकते हैं। बावजूद इसके कोई इसकी सुध लेने को तैयार नहीं। मानसून में तो इनकी भराई मुश्किल दिख रही है।
पूरी दिल्ली में सड़कों की स्थिति खराब
लुटियंस दिल्ली को छोड़ दें तो आमतौर पर पूरी दिल्ली में सड़कों की स्थिति अच्छी नहीं है। विशेष कर पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली में। यहां की सड़कें इस मानसून दिल्लीवासियों को बेहद दर्द देंगी।
पूर्वी दिल्ली की बात करें तो यमुनापार की सड़कें पीडब्ल्यूडी के सड़कों के गड्ढा मुक्त करने के दावों की पोल खोल रही हैं। यहां सड़कों पर गड्ढों की भरमार है।
सवाल उठ रहे हैं कि अगर पीडब्ल्यूडी ने गड्ढे भरकर अपनी पीठ थपथपाई तो जो गड्ढे सड़कों पर हैं, उन्हें भरने की किसकी जिम्मेदारी है।
मानसून शुरू हो गया है, ऐसे में मानसून के दौरान सड़कों की मरम्मत न करने का बहाना आम है। जाहिर है कि इस कारण स्थानीय लोगों को मानसून में सड़कों के गड्ढों का दर्द तो झेलना ही पड़ेगा।
यमुनापार के इन इलाकों में गड्ढों की भरमार
यमुनापार में जफराबाद रोड, सीलमपुर रोड, वजीराबाद रोड, जीटी रोड, स्वामी दयानंद मार्ग, सुंदर नगरी रोड, मयूर विहार, कोंडली और करावल नगर रोड समेत कई सड़कों पर गड्ढों की भरमार है।
ऐसा नहीं है कि यह गड्ढे अभी हुए हैं। एक साल से लेकर पांच माह पुराने यह गड्ढे हैं। आरोप है जिस वक्त पीडब्ल्यूडी ने गड्ढे भरने का विशेष अभियान चलाया था, तब मौजूदा सड़कों के गड्ढों पर आंखे मूंद ली गई थी, इन्हें भरने का कोई उपक्रम अब तक नहीं किया गया।
अब जब मानसून ने दिल्ली में दस्तक दे दी है तो ऐसे में इन्हें भरे जाने की उम्मीद भी अब समाप्त हो गई है। कुछ ऐसा ही हाल दक्षिणी दिल्ली का भी है। यहां प्रेस एन्क्लेव रोड पर शेख सराय के पास पांच में से तीन गड्ढे पीडब्ल्यूडी ने भर दिए, जबकि दो गड्ढे में मलबा भरकर छोड़ दिया है।
दक्षिण दिल्ली के इस मार्ग पर हर रोज कोई न कोई होता है चोटिल
मोदी मिल फ्लाईओवर के नीचे सर्विस रोड पीडब्ल्यूडी ने खोद कर छोड़ रखी है। सराय काले खां स्थित बांसेरा पार्क के पास दो-तीन स्थानों पर सड़क टूटी है और गड्ढे भी हैं। कैप्टन गौड़ मार्ग, रिंग रोड से मोदी मिल फ्लाईओवर जाने वाले मार्ग पर दो से तीन स्थानों पर सड़क टूटी है।
कालकाजी फ्लाईओवर से माता आनंदमयी मार्ग के सर्विस लेन पर दो महीने पहले बीएसईएस ने खोदाई की थी। एक किलोमीटर की सर्विस लेन के गड्ढों को गिट्टी से पाटा गया है, जो वर्षा में जगह-जगह धंस गई है।
इस पर आम दिनों में चलना भारी मुश्किल होता है, विशेषकर दो पहिया वाहन चालकों के लिए। आए दिन कोई न कोई इस पर गिर चोटिल होता है। बरसात में तो यह रास्ता खतरनाक हो जाएगा।
सेंट्रल दिल्ली में भरे गए गड्ढे ठीक
दिल्ली की सड़कों के गड्ढे भरने के अभियान के तहत सेंट्रल दिल्ली में मिंटो रोड, आसफ अली रोड और गांधी मार्केट रोड पर भरे गए गड्ढों की स्थिति दो दिन की बारिश के बावजूद ठीक है और यहां से गुजरने वालों को राहत दे रहे हैं। इन स्थानों पर गड्ढा भरते समय दावा किया गया था कि भारी बरसात में भी यह ठीस रहेंगे और कोई दिक्कत नहीं आएगी।
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