Delhi Riots Case: न्यायाधीश का तबादला, फिर से होगी दिल्ली दंगे की साजिश की सुनवाई
पूर्वी दिल्ली में 2020 के दंगे की साजिश के मामले की सुनवाई कड़कड़डूमा कोर्ट में नए सिरे से होगी। न्यायाधीश समीर बाजपेयी के स्थानांतरण के बाद ललित कुमार नए न्यायाधीश नियुक्त हुए हैं। कोर्ट ने सभी पक्षों से दलीलों की समय-सीमा स्पष्ट करने को कहा है। स्पेशल सेल 17 हजार पन्नों का आरोपपत्र फिर पेश करेगी। ताहिर हुसैन और उमर खालिद समेत कई लोग आरोपित हैं।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। वर्ष 2020 में हुए दंगे की साजिश मामले की सुनवाई नए सिरे से कड़कड़डूमा कोर्ट में होगी। दंगे के मामले की सुनवाई कर रहे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश समीर बाजपेयी को दूसरे कोर्ट में स्थानांतरण कर दिया है। उनकी जगह नए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ललित कुमार फिर से पूरे मामले को सुनेंगे। छह जून को इस मामले में सुनवाई होगी।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ललित कुमार के कोर्ट ने आरोपितों व अभियोजन पक्ष के वकीलों को निर्देश दिया है कि वह यह स्पष्ट करें कि चार्ज तय करने पर अपनी दलीलें कितने समय में और किस क्रम में पेश करेंगे। मामले की बहस के लिए उन्हें कितना समय चाहिए होगा।
साजिश के मामले में अभियोजन पक्ष पहले ही कोर्ट में अपनी दलीलें पूरी कर चुका है और पांच आरोपितों के वकील रोप तय करने के मुद्दे पर अपनी दलीलें कोर्ट के सामने रख चुके हैं। न्यायाधीश के तबादले के चलते फिर से कोर्ट सभी पक्षों की दलीलें सुनेगा।
दंगे की साजिश के मामले में जांच कर रही स्पेशल सेल 17 हजार पन्नों का आरोपपत्र व अन्य दस्तावेज फिर से कोर्ट में पेश करेगा। दंगे की साजिश के मामले में सेल ने आप के पार्षद रहे ताहिर हुसैन, जेएनयू के पूर्व नेता उमर खालिद, खालिद सैफी।
पूर्व पार्षद इशरत जहां, शादाब अहमद, तस्लीम अहमद, सलीम मलिक, मीरान हैदर, गुलफिशा फातिमा, शिफा उर रहमान, आसिफ इकबाल तन्हा, सफूरा जरगर, शरजील इमाम,मोहम्मद सलीम खान, अतहर खान, फैजान खान और नताशा नरवाल आरोपित बनाया हुआ है। बता दें दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रशासनिक आदेश देकर दिल्ली में 135 न्यायाधीशों का स्थानांतरण किया है।
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