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    चांदनी चौक डकैती मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को धर दबोचा, 18 लाख रुपये किए बरामद

    Updated: Wed, 18 Jun 2025 04:38 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने चांदनी चौक में एक व्यापारी के यहां हुई 26 लाख की डकैती के मामले में राजस्थान से तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 18 लाख रुपये भी बरामद किए हैं। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने बदमाशों को पकड़ा जिन्होंने व्यापारी को बंधक बनाकर डकैती की थी। मुकेश नाम के एक व्यक्ति ने डकैती की साजिश रची थी।

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    बदमाशों की निशानदेही पर 18 लाख रुपये बरामद। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। चांदनी चौक के कुचा घासीराम में बीते दिनों एक व्यापारी के कार्यालय में घुसकर उन्हें बंधक बना हथियारों के बल पर 26 लाख की डकैती मामले में उत्तरी जिला पुलिस ने राजस्थान से तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है।

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    इनकी निशानदेही पर डकैती की रकम के 18 लाख रुपए बरामद कर लिए गए हैं। चांदनी चौक, लालकिला, धौलाकुआं व जयपुर हाईवे के 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने पर अपराध के बाद बदमाश भागते हुए नजर आए थे। जिससे सुराग मिलने पर इन्हें दबोच लिया गया।

    डीसीपी उत्तरी जिला राजा बांठिया के मुताबिक 31 मई की शाम छह बजे व्यापारी कुचा घासी राम, फतेह पुरी स्थित अपने कार्यालय में अकेले मौजूद थे, तभी पहले दो बदमाश कार्यालय के अंदर घुस आए और उनसे पैसे की मांग की।

    कार्यालय में घुसते ही बदमाशों ने व्यापारी के हाथ-पैर बांध मुंह पर टेप चिपका दिया था और रस्सी से बांधने के बाद कार्यालय की तलाशी ली थी। एक अलमारी में नकदी मिलने पर वे उक्त रकम लेकर भाग गए थे।

    व्यापारी की शिकायत पर लाहौरी गेट थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। शुरुआत में पीड़ित ने 30 लाख रुपये की लूट की सूचना दी थी, बाद में महादेव एंड कंपनी के मालिक भरत ने लूटी गई राशि 26 लाख होने का दावा किया था।

    पुलिस टीम ने घटनास्थल और आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर संदिग्धों की पहचान की, उन्हें लालकिला की ओर जाते हुए देखा गया, इसलिए उस मार्ग के कैमरे की जांच करने पर दोनों को लाल किला में अन्य साथियों से मिलते हुए देखा गया, जो पहले से उनका इंतजार कर रहे थे।

    वहां से चारों ने पहाड़गंज के लिए ई-रिक्शा और पहाड़गंज से आटो लिया जिसने उन्हें धौला कुआं उतार दिया। संदिग्धों के कपड़ों और शारीरिक विशेषताओं की पहचान करने के बाद लाहौरी गेट की टीम को संदिग्धों के भागने के मार्गों पर फुटेज देखने को कहा गया।

    मेट्रो स्टेशन के कैमरों को देखने पर उन्हें राजस्थान रोडवेज की बस में चढ़ते हुए देखा गया, जिसे ट्रैक किया गया और उसका पीछा करते हुए पुलिस टीम जयपुर, राजस्थान पहुंची। वहां फुटेज की जांच करने पर पता चला कि सभी टैक्सी से आए थे।

    इसके बाद अलग-अलग सीसीटीवी कैमरों में संदिग्धों की कई तस्वीरें कैद हुईं और टैक्सी ड्राइवर की पहचान की गई, जिससे कैलाश की पहचान हुई। कुछ अन्य महत्वपूर्ण सुराग मिलने पर पुलिस टीम ढेलाना, राजस्थान पहुंची।

    उसके बाद कैलाश को घर से पकड़ लिया गया। कैलाश ने पूछताछ में बताया कि उसने कमलेश, मोतीलाल, राजमल और मुकेश के साथ मिलकर डकैती डाली थी। उससे पूछताछ के बाद मोतीलाल व राजमल को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

    मुकेश नाम के आरोपित को व्यापारी के कार्यालय में नकदी के बारे में जानकारी थी, क्योंकि वह उसी इमारत में एक अंगड़िया के कार्यालय में काम करता था। जिससे मुकेश ने साथियों के साथ मिलकर साजिश रची थी। उसे पैसों की जरूरत थी। तीनों राजस्थान के रहने वाले हैं।