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    सीलमपुर में सीवर और नालों के ओवरफ्लो होने से लोग परेशान, निगम ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा

    By SHUZAUDDIN SHUZAUDDIN Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Tue, 27 May 2025 10:43 PM (IST)

    पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर में सीवर और नाले ओवरफ्लो होने से लोग परेशान हैं। सीवर लाइनों में अवैध कनेक्शन किए गए हैं जिससे समस्या बढ़ गई है। दिल्ली जल बोर्ड और नगर निगम अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। लोगों का कहना है कि सीवर लाइनें पंचर हो गई हैं और नालों का कूड़ा-कचरा भी सीवर में जा रहा है।

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    पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर में सीवर और नाले ओवरफ्लो होने से लोग परेशान हैं। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। यमुनापार में सीवर व नाले ओवरफ्लो कोई नई समस्या नहीं है। सीवेज की समस्या के समाधान की जिम्मेदारी निगम व दिल्ली जल बोर्ड के कंधों पर है। सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में दोनों विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।

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    क्षेत्र की गलियों में सीवर लाइन जगह-जगह पंक्चर हो चुकी है और उसमें अवैध तरीके से नाले के कनेक्शन कर दिए गए हैं। नालों की गाद से लेकर कूड़ा-कचरा सब सीवर में जा रहा है। नालों के ओवरफ्लो से लोगों को भले ही राहत मिल गई हो, लेकिन सीवर ओवरफ्लो उनके लिए सिरदर्द बना हुआ है।

    दिल्ली जल बोर्ड को भी इस बात की जरा भी चिंता नहीं है कि उसके सीवर पंक्चर हो गए हैं। पूरे विधानसभा क्षेत्र में दिल्ली जल बोर्ड के 1.10 उपभोक्ता हैं, जिन्होंने पानी व सीवर के कनेक्शन ले रखे हैं। जबकि घरों की संख्या करीब तीन लाख है। लोगों ने अपने घरों के अवैध कनेक्शन भी सीवर से कर रखे हैं।

    ब्रह्मपुरी, सीलमपुर, चौहान बांगर, मौजपुर, उस्मानपुर, गौतमपुरी, वेलकम, शास्त्री पार्क इलाके की कई गलियों में दिल्ली जल बोर्ड की सीवर लाइन को पंचर करके नालों के अवैध कनेक्शन कर दिए गए हैं। आरोप है कि निगम के सफाई कर्मचारियों ने स्थानीय लोगों की मिलीभगत से यह काम किया है।

    ये नालियां इसलिए बनाई गई हैं ताकि बारिश में जलभराव न हो और जलनिकासी सही तरीके से हो। लेकिन घरों का गंदा पानी इन नालियों में बहता है। जबकि इस पानी के लिए सीवर लाइन बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन इलाकों की गलियां ब्रह्मपुरी रोड और जाफाबाद रोड की गलियों से नीची हैं।

    नालियों का पानी मुख्य सड़कों पर बने पीडब्ल्यूडी के नालों में चला जाता है। इन नालों की सफाई साल में सिर्फ एक बार बारिश से पहले होती है। ऐसे में नालियां ओवरफ्लो होकर गलियों में आ जाती हैं।

    इस समस्या से निजात दिलाने के लिए निगम ने जल बोर्ड की लाइन को जगह-जगह पंचर करके पाइप डालकर सीवर से कनेक्शन कर दिए हैं। कई लोग नालियों में कूड़ा फेंक देते हैं, जो बहकर सीवर में चला जाता है। जिससे सीवर ओवरफ्लो हो जाते हैं। दिल्ली जल बोर्ड अवैध कनेक्शन बंद करने को तैयार नहीं है और न ही ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करता है।

    जब गलियों में ही सीवेज सिस्टम खराब है तो बारिश में पूरी दिल्ली पानी में डूब जाएगी। नालियों की सारी गंदगी सीवर में चली जाती है। सफाई के दौरान सीवर से पानी की बोतलें और कूड़े की पॉलीथिन बैग निकलती हैं।

    -इमरान, चौहान बांगर

    सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र की अधिकांश गलियों में सीवर ओवरफ्लो की समस्या है। इस समस्या से कोई अनजान नहीं है। नालियों को सीवर लाइन से जोड़ने का कोई मतलब नहीं है।

    -ब्रजमोहन पचौरी, ब्रह्मपुरी

    दिल्ली जल बोर्ड अवैध कनेक्शन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करता रहता है। सीवर की सफाई का काम भी रोजाना चलता रहता है।

    -राजीव शर्मा, कार्यकारी अभियंता, दिल्ली जल बोर्ड

    गलियों की नालियों को सीवर लाइन से जोड़ा गया है। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। इस बारे में निगम के अधिकारियों से बात की जाएगी।

    -प्रमोद गुप्ता, जोन चेयरमैन, दिल्ली नगर निगम।

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