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    Delhi के मुखर्जी नगर में कारोबारी के घर डकैती, पूर्व कर्मचारी समेत 4 बदमाश दबोचे

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 12:09 PM (IST)

    दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कारोबारी को बंधक बनाकर लूटने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता जो कि पूर्व कर्मचारी था समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से हथियार और लूटा गया सामान बरामद हुआ है। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों पर लाखों का कर्ज था जिसे चुकाने के लिए उन्होंने लूट की योजना बनाई थी।

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    कर्ज चुकता करने के लिए कारोबारी को बंधक बनाकर लूट की थी। जागरण

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बाहरी दिल्ली में मुखर्जी नगर थाना क्षेत्र में कारोबारी को घर में बंधक बनाकर लूट करने के मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता पूर्व कर्मचारी समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। वारदात के 72 घंटे बाद पुलिस इन्हें पकड़ने में कामयाब रही।

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    पुलिस ने इनके कब्जे से तीन पिस्टल, चार कारतूस, फर्जी नंबर प्लेट, कार के व्हील कैप्स, अपराध के समय पहने गए दो जोड़ी जूते, और हुंडई एक्सेंट कार बरामद की है। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान साजिशकर्ता पूर्व कर्मचारी अशोक कुमार यादव, कमल राज, राकी और शिवम के रूप में हुई है।

    उत्तर पश्चिमी जिला के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सिकंदर सिंह ने बताया कि 27 जुलाई की सुबह तीन बदमाशों ने मुखर्जी नगर इलाके में रहने वाले कारोबारी जतिंदर सिंह के घर में घुसकर हथियार के बल पर लूटपाट की। जतिंदर सिंह का चांदनी चौक में कारोबार है। बदमाश उनके घर से लाखों के गहने और 1.5 लाख रुपये लेकर भाग गए। मुखर्जी नगर थाना प्रभारी राजीव शाह के नेतृत्व में पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की।

    सीसीटीवी कैमरे की जांच में पता चला कि बदमाश एक्सेंट कार से लूटपाट करने आए थे और कार को घर से कुछ दूरी पर पार्क किया था। जांच में पता चला कि कार पर वर्ना कार का नंबर प्लेट लगा रखा था। बदमाशों के भागने की दिशा में सीसीटीवी कैमरे की जांच शुरू की।

    वहीं, वाहन निगरानी एप्लिकेशन के जरिए पुलिस को पता चला कि कार सुबह 7:09 बजे गुजरांवाला टाउन में देखी गई थी। पीछे के रूट की ट्रेसिंग करने पर पाया गया कि आरोपी घटना से लगभग चार घंटे पहले सुबह 7:20 बजे घटनास्थल के पास पहुंच गए थे। कार को पालम एयर फोर्स स्टेशन दिल्ली कैंट तक ट्रेस किया गया, लेकिन उसके बाद कोई सुराग नहीं मिला।

    पुलिस ने कैंट बोर्ड, धौला कुआं पुलिस बूथ, ट्रैफिक मुख्यालय टोडापुर एवं एरोसिटी सेंटर एयरपोर्ट दिल्ली की सीसीटीवी फुटेज खंगाला। जिसमें पता चला कि कार को कैंट स्थित मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में प्रवेश करते हुए देखा गया। जहां पहुंचकर पुलिस ने छानबीन की और आरोपी कमल राज और उसके भांजे राकी को गिरफ्तार कर लिया। कमलराज वहां चौकीदार का काम करता था, जबकि उसका भांजा एयरपोर्ट पर लोडर का काम करता था। पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

    पुलिस ने इनके निशानदेही पर मुख्य साजिशकर्ता अशोक कुमार यादव और नोएडा के गांव बड़ौली में छिपे शिवम को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से एक पिस्टल बरामद कर ली।

    आरोपी पहले से एक-दूसरे को जानते थे

    आरोपितों से पूछताछ के दौरान बताया कि आरोपित एक-दूसरे को पहले से जानते थे। सभी पर लाखों रुपये के कर्ज थे। अशोक कुमार यादव पूर्व में पीड़ित कारोबारी के घर पर काम कर चुका था। उसे इस बात की जानकारी थी कि कारोबारी के घर में नकदी और गहने हैं। उसने यह जानकारी अन्य तीन साथियों को दी। उसके बाद सभी ने मिलकर डकैती की योजना बनाई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपितों का उद्देश्य कर्ज चुकाने के साथ साथ पैसा कमाना था।