मानसून से पहले भारी बारिश ने दी चेतावनी, दिल्ली के कई इलाके जलमग्न
दिल्ली में मानसून से पहले हुई बारिश ने कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। साउथ दिल्ली वेस्ट दिल्ली और आउटर दिल्ली में सबसे ज्यादा परेशानी हुई जहाँ सड़कों पर पानी भरने से यातायात बाधित हो गया। लोगों को जलभराव के कारण काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एमसीडी और अन्य विभागों की मानसून की तैयारी अधूरी होने से स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में अभी मानसून ने दस्तक नहीं दी है लेकिन प्री-मानसून बारिश ने एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। क्योंकि मंगलवार को हुई बारिश में कई जगहों पर जलभराव देखने को मिला। बारिश के बाद कई जगहों पर एक घंटे तक पानी भरा रहा।
जलभराव के कारण रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा, साथ ही प्रमुख सड़कों पर जलभराव के कारण लगे ट्रैफिक जाम के कारण वाहन चालक भी परेशान नजर आए। जलभराव की सबसे ज्यादा स्थिति साउथ दिल्ली, वेस्ट दिल्ली और आउटर दिल्ली के इलाकों में देखने को मिली।
वहीं, सेंट्रल दिल्ली में भी जलभराव हुआ, लेकिन बारिश रुकने के 20-25 मिनट बाद ही पानी निकल गया। साउथ दिल्ली की बात करें तो कई इलाकों में जलभराव के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ। महिपालपुर और बसंत गांव जैसे इलाकों में जलभराव हुआ।
इसके कई वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए। महिपालपुर फ्लाईओवर पर भारी बारिश के कारण वसंत कुंज से एयरपोर्ट और धौला कुआं जाने वाले रूट पर जाम लग गया। इस कारण जाम में बसें, कार और ऑटो फंस गए। लोगों का यहां से पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया। यहां से गुरुग्राम रोड पर बसें और अन्य वाहन आधे पानी में डूब गए।
बाहरी दिल्ली में जलभराव के कारण पीरागढ़ी-रोहतक रोड, आउटर रिंग रोड के करनाल बाईपास, जीटीके डिपो पर कुछ जगहों पर यातायात बाधित रहा और कई जगहों पर वाहन रेंग-रेंग कर चले। रोहतक रोड पर मुंडका मेट्रो स्टेशन के बाहर एक से डेढ़ फीट पानी नजर आया।
इसके अलावा कंझावला रोड, रिठाला पर दो घंटे की बारिश का सबसे ज्यादा असर किराड़ी इलाके में देखने को मिला। बारिश के बाद मुबारकपुर रोड, हिंद विहार, 40 फीट रोड, 70 फीट रोड जैसे इलाकों में एक से दो फीट पानी जमा हो गया। कई लोगों के वाहन जलभराव में फंसने के बाद बंद हो गए और लोगों ने वाहनों को धक्का देकर बाहर निकाला। क्षेत्र के अगर नगर इलाके में कई घरों में भी पानी घुस गया।
हालांकि, मध्य दिल्ली इलाके में हालात ज्यादा खराब नहीं दिखे, लेकिन विकास मार्ग पर कुछ देर के लिए हल्का पानी जमा हो गया। बारिश के कारण सड़क के दोनों ओर जाम भी लग गया है। पूर्वी दिल्ली में भी निर्माण विहार और पांडव नगर व गणेश नगर तथा एनएच 9 की सर्विस लेन समेत अन्य इलाकों में हल्का जलभराव देखने को मिला। हालांकि 20-25 मिनट बाद पानी उतर गया।
एमसीडी के अनुसार, उसे 12 स्थानों पर जलभराव और दो स्थानों पर पेड़ या उनके हिस्से गिरने की सूचना मिली। नारायणा गांव और वसंत कुंज में पेड़ों के हिस्से गिरे। वहीं सुदर्शन पार्क, पार्ट ए जनकपुरी, सेक्टर 25 रोहिणी, राजीव नगर भलस्वा, कर्मपुरा, निरंकारी कॉलोनी, पश्चिम विहार जैसे इलाकों में जलभराव की शिकायतें एमसीडी को मिलीं। एजेंसियों की तैयारियां अभी पूरी नहीं राजधानी दिल्ली में चिंता की बात यह भी है कि एमसीडी से लेकर लोक निर्माण विभाग, बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग की मानसून को लेकर तैयारियां अभी पूरी नहीं हो पाई हैं।
जलभराव को रोकने के लिए न तो नालों की सफाई का काम पूरा हुआ है और न ही अतिरिक्त पाइपलाइन बिछाने और नालों के निर्माण का काम चल रहा है। जिसके चलते कई जगहों पर खुदाई जारी है। इस खुदाई से कोई हादसा न हो इसके लिए कई जगहों पर चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाए गए हैं। ऐसे में अगर अत्यधिक जलभराव हुआ तो यह खुदाई लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
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