अलीगढ़-मथुरा से जुड़े अवैध हथियार नेटवर्क का भंडाफोड़, दिल्ली पुलिस ने तीन आरोपितों को किया गिरफ्तार
उत्तरी जिले की सराय रोहिल्ला थाना पुलिस ने अलीगढ़ और मथुरा में अवैध हथियार बनाने और सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हथियार और कच्चा माल बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार एक नाबालिग लड़के द्वारा अवैध हथियार खरीदने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई की और फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी जिले की सराय रोहिल्ला थाना पुलिस की टीम ने एक बड़े अभियान में अलीगढ़ और मथुरा से जुड़े अवैध हथियार निर्माण और सप्लाई नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से छह कट्टे, बिना स्क्रू के 12 कट्टे और 250 से अधिक कट्टे बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल बरामद किया गया है।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान गांव गंगा गढ़ी, सुभाष नगर अलीगढ़ के विजय कुमार उर्फ बंटी, गांव नंगला जय सिंह, मथुरा के बिजेंद्र सिंह उर्फ मधुरा और गांव जलालपुर, अलीगढ़ के हनवीर उर्फ हन्नू उर्फ पप्पू उर्फ घुर्रार के रूप में हुई है। पुलिस इनसे पूछताछ कर मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, 12 अगस्त की मध्य रात चूना भट्टी, सराय रोहिल्ला की एक महिला ने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि एक नाबालिग लड़के ने उसके भाई शुभम उर्फ लाला पर उस समय गोली चलाई जब वे अपने घर की छत पर खड़े थे। गोलीबारी में इस्तेमाल किया गया कट्टा मौके पर मौजूद एक पड़ोसी ने उससे छीन ली। हालांकि, नाबालिग मौके से भागने में कामयाब रहा।
जांच के दौरान, 12 अगस्त को पुलिस टीम ने नाबालिग को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया कि भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने के मुद्दे पर शुभम से उसका झगड़ा हुआ था, बदला लेने के लिए वह उसके घर गया और उस पर गोली चला दी। आगे की पूछताछ में उसने बताया कि लगभग दो महीने पहले अलीगढ़ के एक बंटी से उसने बरामद कट्टा खरीदा था।
पुलिस टीम ने अवैध हथियारों की आपूर्ति करने वालों का पता लगाने के लिए टीम को अलीगढ़ रवाना किया और विजय उर्फ बंटी के संभावित ठिकानों पर छापे मारते हुए उसे 27 अगस्त को गंगा गढ़ी, अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया और उसके कब्जे से पांच खाली और एक कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में उसने बताया कि उसने मथुरा के बिजेंद्र से अवैध हथियार खरीदा था।
टीम मथुरा पहुंची और विभिन्न स्थानों पर छापेमारी करते हुए 30 अगस्त को बिजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस रिमांड में उसका मोबाइल फोन कब्जे में लिया, जिसमें 70 से अधिक अवैध हथियारों के निर्माण का एक वीडियो मिला। पूछताछ में उसने हनवीर नामक व्यक्ति की जानकारी दी, जो अलीगढ़ में एक फैक्ट्री चला रहा था जहां अवैध हथियार बनाए जा रहे थे।
मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस एक सितंबर को अलीगढ़ के जट्टारी पिशावा रोड स्थित एक खेत में पहुंची जहां दो कमरे बनाए गए थे और बाहर से ताला लगा था। ताले तोड़ने पर पता चला कि वहां बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का निर्माण किया जा रहा था। टीम ने वहीं से हनवीर को गिरफ्तार किया और फैक्ट्री से छह कट्टे, बिना स्क्रू के 12 कट्टे, 250 से अधिक कट्टों का कच्चा माल, पांच कारतूस और मशीनरी/उपकरण बरामद किए गए।
पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले 15-20 वर्षों से अवैध हथियारों के निर्माण में शामिल है और पकड़े जाने के डर से अक्सर फैक्ट्री का स्थान बदलता रहता था। उसने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में अलग-अलग लोगों को 1,200 से अधिक अवैध हथियार बेच चुका है।
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