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    Delhi News: फीस वृद्धि के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने LG सक्सेना और CM रेखा गुप्ता को लिखा पत्र

    Updated: Mon, 09 Jun 2025 09:29 PM (IST)

    दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने निजी स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि को लेकर LG और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। उन्होंने अभिभावकों पर बढ़ते वित्तीय बोझ और सरकार द्वारा बिना चर्चा के फीस विनियमन विधेयक लाने की तैयारी पर सवाल उठाए। यूनाइटेड पेरेंट्स वायस संगठन के अभिभावकों ने उनसे मिलकर अपनी चिंता व्यक्त की। यादव ने विधेयक का ड्राफ्ट सार्वजनिक करने और अभिभावकों की राय लेने की मांग की।

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    फीस वृद्धि के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने एलजी और सीएम को लिखा पत्र।

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने निजी स्कूलों में मनमाने ढंग की जा रही फीस वृद्धि को लेकर सोमवार को एलजी वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि अनावश्यक फीस वृद्धि ने दिल्ली के अभिभावकों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डाल दिया है। यही नहीं, दिल्ली सरकार दिल्ली फीस विनियमन विधेयक (निर्धारण में पारदर्शिता और शुल्क के नियमों के साथ पारदर्शिता) भी अभिभावकों से चर्चा किए बिना ही लाने की तैयारी कर रही है।

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    यादव ने कहा कि दो महीने के भीतर 1600 निजी स्कूलों के ऑडिट को अंजाम देने के दावे पर विश्वास करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि अभिभावकाें को अध्यादेश/ बिल की सामग्री के बारे में अंधेरे में रखना पूरी तरह अन्यायपूर्ण है। इसे सार्वजनिक नहीं किया गया और फीस वृद्धि से प्रभावित अभिभावकों की राय/सुझावों को भी नहीं लिया गया।

    भिभावकों के एक समूह ने राजीव भवन में देवेंद्र यादव से मुलाकात की

    दिल्ली में विभिन्न पब्लिक स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनाइटेड पेरेंट्स वायस (यूपीवी) संगठन से संबंधित अभिभावकों के एक समूह ने राजीव भवन में देवेंद्र यादव से मुलाकात की। प्रस्तावित अध्यादेश, निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वृद्धि और निजी स्कूल प्रबंधकों के तानाशाही रवैये के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की। इस दौरान दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री डा नरेंद्र नाथ और प्रो किरण वालिया भी उपस्थित थीं।

    यादव ने कहा, दिल्ली फीस विनियमन विधेयक का ड्राफ्ट सार्वजनिक किया जाए। अभिभावकों और शिक्षा कार्यकर्ताओं की राय लेने से पहले इस अध्यादेश को लागू नही किया जाना चाहिए।