दिल्ली विश्वविद्यालय की फीस वृद्धि पर बवाल, कांग्रेस ने उठाए सवाल; राजनीतिक सरगर्मियां तेज
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने दिल्ली विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी डेवलपमेंट फंड और सर्विस चार्ज में बढ़ोतरी छात्रों पर आर्थिक बोझ डालेगी। यादव ने भाजपा के मुफ्त शिक्षा के वादे पर सवाल उठाते हुए कहा कि फीस वृद्धि से वंचित और कमजोर वर्ग के छात्र प्रभावित होंगे। उन्होंने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने दिल्ली विवि में यूनिवर्सिटी डेवलपमेंट फंड और सुविधा एवं सर्विस चार्ज में हुई वृद्धि पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि छात्रों से यह शुल्क लेना अनैतिक है, इसे वहन करना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने सवाल किया कि यह फीस वृद्धि भाजपा के केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा देने के वादे के खिलाफ है। दूसरी ओर दिल्ली सरकार ने प्राइवेट स्कूलों में फीस वृद्धि पर भी अभी तक कुछ नही किया है।
छात्रों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा: देवेंद्र यादव
यादव ने कहा, यह चिंताजनक है कि दिल्ली विवि में पढ़ने वाले छात्रों की फीस में 20 प्रतिशत की वृद्धि से उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालकर उन्हें मानसिक रुप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में युनिवर्सिटी डेवलमेंट फंड और सुविधा व सर्विस चार्ज के 1500-1500 रुपये करके छात्रों से अतिरिक्त 3000 रुपये वसूले जाएंगे, इस बढ़ोतरी से दलित, वंचित, महिलाओं, कमजोर वर्ग, किसान, मजदूर, अल्पसंख्यक, ईडब्लूएस. पिछड़े वर्ग के छात्रों पर अधिक प्रभाव पड़ेगा।
यादव ने कहा, भाजपा का नारा कि ‘‘पढ़ेगा इंडिया तभी बढ़ेगा इंडिया’’ केवल नारा बनकर ही रह गया है। अगर भाजपा सरकारी शिक्षण संस्थानों में फीस में अप्रत्याशित वृद्धि करेगी तो आम भारतीय के बच्चे कैसे पढ़ पाएंगे?
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