लुटियंस दिल्ली की ये 79 सड़कें होंगी चकाचक, मार्च 2026 तक पूरा होगा काम
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) लुटियंस दिल्ली की 79 सड़कों को नया बनाने जा रही है। मानसून के बाद काम शुरू होगा और मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) के सुझावों के आधार पर सुधार किया जाएगा जिसमें सड़कों की दरारों और बनावट की कमियों को दूर किया जाएगा। सड़कों की गुणवत्ता सुधारने पर एनडीएमसी का फोकस है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लुटियंस दिल्ली में अगले नौ माह में 79 सड़कें नई बनी हुई नजर आएगी। मानसून की समाप्ति के बाद ही इनके बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा जबकि मार्च 2026 तक नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने इसका कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। एनडीएमसी इन सड़कों में सुधार
केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) के सुझावों के आधार पर कर रहा है। जिसमें सीआरआरआइ ने सड़कों में दरारों से लेकर उनकी ऊंचाई और उनकी बनावट में खामियों की रिपोर्ट एनडीएमसी को दी थी।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने बताया कि 19 सितंबर 2024 में हमने पांच वर्षों की अवधि के लिए समझौता सीआरआरआइ के साथ किया था। इसके तहत हमने एजेंसी से सड़क नेटवर्क के रखरखाव, सड़क की मोटाई, गुणवत्ता नियंत्रण का पता लगाने के साथ ही सड़कों के निर्माण के लिए एनडीएमसी के कर्मचारियों और अधिकारियों का प्रशिक्षण किया जाना शामिल था।
इस पर सीआरआरआई ने वृहद सर्वेक्षण एनडीएमसी की सड़कों का किया है। इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट हमें दी है। इस रिपोर्ट में सड़कों में गहरी दरारें, गड्डों और सड़क की अतिरिक्त मोटाई या सड़क ती सतह पतली होने, साइनेज की व्यवस्था न होने की ओर हमारा ध्यान दिलाया गया है।
उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर रिहायशी इलाकों का स्तर सड़कों से नीचे हो गया है। ऐसे में सुधार के लिए जो हमें सुझाव दिए गए हैं हम उनको लागू करने जा रहे हैंं। इसके तहत 79 सड़कों के सुधार कार्य हम मानसून खत्म शुरू होते कर देंगे। इसके लिए हम प्रोजेक्ट बना रहे हैं और टेंडर की प्रक्रिया को भी शुरू कर रहे हैं।
ताकि जैसे ही अक्टूबर में मानसून खत्म हो हम इसका काम शुरू कर दें। चहल ने बताया कि हमने मार्च 2026 तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। एनडीएमसी उपाध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2023 में देखने में आया था कि जब वर्षा और दिल्ली में बाढ़ आई थी तो वर्षा का पानी सड़क के सहारे , दिल्ली गोल्फ क्लब, गोल्फ लिंक, सुजान सिंह पार्क और इसके पास ही बने इलाकों में घुस गया था।
इसकी निकासी में भी दिक्कत आई थी। इसको देखते हुए सीआरआरआइ ने सड़क की मोटाई को 150-160 मिलीमीटर तक सड़क को खुरचने और उसमें 40 एमएम की बैटुमिन-कंकरीट की परत डालने का सुझाव दिया है।उन्होंने यह बताया कि कनाट प्लेस डिवीजन में कनॉट प्लेस का आउर्टर सर्किल, जनपथ, केजी मार्ग, संसद मार्ग,पंचकुइंया रोड, बाब खड़ग सिंह मार्ग का भी सर्वे किया गया गया।
चहल ने कहा कि रोड से संबंधित हमारी छह डिवीजन है। सभी डिवीजन अपने-अपने इलाके की सड़कों में सुधार करेगी। ताकि कार्य में देरी न हो। उल्लेखनीय है कि एनडीएमसी की 110 एवेन्यू रोड हैं।इसमें 79 का सुधार किया जाएगा।
इन प्रमुख सड़कों पर यह मिली थी खामियां ये किए जाएंगे कार्य
आउटर सर्किल, कनॉट प्लेस: यहां पर सड़क पर गहरी दरार पाई गईं। इस पर सीआरआरआइ ने 50-60 एमएम तक सड़क से कंक्रीरट को हटाकर 50 एमएम का स्टोन मैटिक्स आसफाल्ट ट्रीटमेंट करना होगा।
पंचकुइंया रोड:- सीआरआरआइ ने 90 एमएम तक सड़क सड़क से कंक्ररीट को खुरचकर 50 एमएम की बैटुमिन की परत और 40 एमएम बैटुमिन और कंकरीट की परत डालनी है।
अतुल ग्रोवर मार्ग : यहां पर सड़क से 50 एमएम कंक्ररीट को खुरचकर इसे 40 एमएम की बैटुमिन और कंकरीट की परत डालनी है
जय सिंह मार्ग: यह सड़क सही पाई गई, एजेंसी ने इस सड़क 4 से 6 एमएम की बैटुमिन परत डालने को कहा है
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