दिल्ली पुलिस ने MTNL और Airtel कंपनी के तार चुराने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, पांच आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एमटीएनएल और एयरटेल के तांबे के तार चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके पास से 1400 किलो तांबे के तार बरामद हुए हैं। ये गिरोह पिछले दो साल से दिल्ली में तांबे के तार चोरी कर रहा था और 12 से अधिक मामलों में शामिल था।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। एमटीएनएल व एयरटेल समेत अन्य दूर संचार कंपनियों के भूमिगत तांबे के तार चोरी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। इनकी निशानदेही पर 1400 किलो तांबे की तार, ट्रक और अर्थ मूवर मशीन जब्त की गई है। पांचों आरोपित 12 से ज्यादा मामलों में शामिल पाए गए हैं।
डीसीपी आदित्य गौतम के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम समीर (गाजीपुर, लोनी), अमित (लोनी, ट्रक चालक), आरिफ (नजफगढ़), शकील (लोनी) और अमजद (लोनी) है। इन्हें सीआर पार्क और सरिता विहार इलाके से तांबे के तार की खुदाई करते समय गिरफ्तार किया गया। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस
ने दिल्ली के विभिन्न थानों में दर्ज 12 से अधिक चोरी के मामलों को सुलझा लिया है। इनके कब्जे से 1400 किलो तांबे का तार बरामद किया गया साथ ही खुदाई के लिए इस्तेमाल की गई अर्थ मूवर मशीन व एक टक को जब्त कर लिया गया।
पुलिस का कहना है कि ज्यादातर चोरियां सुबह के समय ट्रकों और अर्थ मूवर भारी मशीनों का उपयोग करके की जाती थीं। एसीपी गिरीश कौशिक व इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया के नेतृत्व में
पुलिस टीम 28 जुलाई की सुबह सीआर पार्क में नियमित गश्त पर थी। इस दौरान पुलिस टीम जब कुछ संदिग्धों को फुटपाथ पर खुदाई करते देख उनके पास आकर पूछताछ करने की कोशिश की तब पुलिस को देखकर कुछ संदिग्ध मौके से भाग गए।
दो आरोपित अमित और समीर को पुलिस टीम ने दबोच लिया। शुरुआत में दोनों नेे पुलिस को गुमराह करने के लिए खुद को एमटीएनएल का ठेकेदार बताया, लेकिन कड़ी पूछताछ के दौरान उन्होंने तांबे के तार चोरी करने की कोशिश करने की बात कुबूल की।
जिसके बाद एमटीएनएल के एक अधिकारी को मौके पर बुलाकर जब उनसे जानकारी प्राप्त की गई तब उन्होंने बताया वहां किसी को अधिकृत रूप से खुदाई कार्य की अनुमति कंपनी से नहीं मिली थी। औपचारिक शिकायत लेकर क्राइम ब्रांच ने बीएनएस और तीन पीडीपीपी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया।
उसके बाद दोनों से पूछताछ के बाद दो अगस्त को तीन और आरोपित आरिफ (चोरी के तांबे के तार का रिसीवर), शकील व अमजद को गिरफ्तार कर लिया गया। आरिफ और शकील पहले भी इसी तरह की चोरियों में शामिल रहे हैं और उन्हें भिवानी, हरियाणा की पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
जांच से पता चला कि ये लोग पिछले दो साल से इस तरह की चोरियां कर रहे थे। गिरोह के बाकी सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।
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