दिल्ली आईटीओ चौराहे पर मिलेगी जाम से मुक्ति, सरकार लेकर आई है फ्लाईओवर योजना; टेंडर जारी
दिल्ली के आईटीओ चौराहे को जाम मुक्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने व्यवहार्यता अध्ययन शुरू कर दिया है। फ्लाईओवर निर्माण की योजना है जो डीडीयू मार्ग को रिंग रोड से जोड़ेगा। यमुनापार से आने-जाने के लिए रैंप बनेंगे। भूमिगत मेट्रो और पैदल यात्रियों की सुविधा का भी ध्यान रखा जाएगा। प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक वाहनों का आवागमन होता है जिससे यह परियोजना महत्वपूर्ण है।

वीके शुक्ला, नई दिल्ली। अगर सभी कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले समय में आईटीओ चौराहे पर लोगों को जाम से निजात मिल सकेगी। 14 साल बाद ही सही दिल्ली की सत्ता में आई भाजपा सरकार ने आईटीओ चौराहे को जाम मुक्त करने के लिए मन बना लिया है।
सरकार के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने तत्परता दिखाते हुए इस परियोजना के लिए व्यवहार्यता अध्ययन की प्रक्रिया शुरू करा दी है। जिसमें यह पता किया जा सकेगा कि यहां पर फ्लाईओवर किस तरह बनाया जा सकेगा और यहां के किसी भाग में क्या अंडरपास बनाए जाने की भी संभावना है। इसके लिए विभाग ने टेंडर जारी कर दिया है। व्यवहार्यता अध्ययन पर करीब दो करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।
क्या है योजना
योजना के तहत एलिवेटेड रोड काे डीडीयू मार्ग की हिंदी भवन की लालबत्ती से आईटीओ चौक पास करते हुए रिंग राेड पर बने आइपी एस्टेट फ्लाईओवर से जोड़ने की है। इस पूरी योजना को आईटीओ चाैक फ्लाईओवर के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा यमुनापार से डीडीयू मार्ग आने जाने के लिए फ्लाईओवर के दाेनों और रैंप उतारे जाने हैं। जो विकास मीनार के पास से शुरू होकर डीडीयू मार्ग पर हिंदी भवन लालबत्ती को पार करने के बाद नीचे उतरेंगे।इसके अलावा आईटीओ चौराहे से तिलक ब्रिज की ओर आना जाना भी आसान किया जाना भी योजना में शामिल है।
पुलिस की संयुक्त टीम कर चुकी है योजना स्थल का निरीक्षण
आईटीओ चौराहे पर फलाईओवर के लिए व्यवहार्यता रिपोर्ट के संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गत दो अप्रैल और नौ अप्रैल को बैठक हुई थी। मुख्य सचिव के निर्देश पर गत 28 अप्रैल को पीडब्ल्यूडी और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने योजना स्थल का निरीक्षण किया था। टीम ने मौके की स्थिति को देखते हुए कई तकनीकी अड़चनों को लेकर भी विचार विमर्श किया है। जिसमें भूमिगत मैट्रो का होना भी एक मुद्दा है।टीम के अनुसार यहां पैदल चलने वालों के लिए आवागमन भी आसान बनाना अनिवार्य रहेगा।
सलाहकार के माध्यम से व्यवहार्यता अध्ययन किया जाना जरूरी-पीडब्ल्यूडी
परियोजना के व्यवहार्यता अध्ययन के लिए टेंडर जारी करने वाले पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार ने अपने सुझाव में कहा है कि रिंग रोड व विकास मार्ग से दीन दयाल उपाध्याय मार्ग के लिए एक संयुक्त फ्लाईओवर बनाया जा सकता है। तिलक ब्रिज रेलवे लाइन के कारण उचित ढाल उपलब्ध नहीं है, इसलिए बहादुर शाह जफर मार्ग से तिलक मार्ग की ओर फ्लाईओवर बन पाना संभव नहीं है।
हालांकि उन्होंने यह भी आशंका व्यक्त की है कि रिंग रोड फ्लाईओवर और दीन दयाल उपाध्याय मार्ग में कर्व के कारण दोनों तरफ फ्लाईओवर के रैंप की स्थिति में बाधा आ सकती है। उन्होंने कहा है कि आईटीओ चौराहे पर भूमिगत मेट्रो स्टेशन लाइन के कारण अंडरपास संभव नहीं है।उन्होंने कहा है कि यह प्रारंभिक अवलोकन है। निष्कर्ष के लिए सलाहकार के माध्यम से व्यवहार्यता अध्ययन किया जाना आवश्यक है।
प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक वाहन करते हैं आवागमन
विकास मार्ग से डीडीयू मार्ग पर और तिलक ब्रिज से दिल्ली गेट की तरह (बहादुर शाह जफर मार्ग) की क्रासिंग पर आईटीओ चौराहा (लाला रामचरण अग्रवाल चौक) है। यह चौराहा यातायात का एक प्रमुख केंद्र है वहां पर प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक वाहन आवागमन करते हैं। यह पूर्वी दिल्ली को मध्य दिल्ली और उत्तरी दिल्ली को दक्षिणी दिल्ली से जोड़ता है।
आसपास हैं कई सरकारी कार्यालय
आईटीओ चौराहे पर प्रमुख सरकारी कार्यालय हैं, जिसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए आईसीएआइ, आयकर कार्यालय, पीडब्ल्यूडी मुख्यालय, बिक्री एवं कर विभाग मुख्यालय, डीडीए की विकास मीनार इमारत, एजीसीआर बिल्डिंग और कई प्रकाशन कार्यालय आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। भूमिगत मेट्रो तिलक ब्रिज से दिल्ली गेट (बहादुर शाह जफर मार्ग) की ओर चौराहे को पार करती है। बहादुर शाह जफर मार्ग और विकास मार्ग के दोनों तरफ की सड़कों पर भारी यातायात होता है।
बड़ी संख्या में पैदल यात्री करते हैं आवागमन
बड़ी संख्या में यहां पैदल यात्री आवागमन करते हैं। बड़ी संख्या में कार्यालय, आईटीओ मेट्रो स्टेशन और चार बस स्टैंड के कारण बड़ी संख्या में पैदल यात्री यहां आवागमन करते हैं।
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