वसंत कुंज में हवलदार की पिटाई के बाद आईपीएस से अटैच दिल्ली पुलिस के सभी 25 पुलिसकर्मी हटाए गए
पुडुचेरी में तैनात डीआइजी बिजेंद्र सिंह यादव पर हवलदार से मारपीट का आरोप लगा है। यादव ने हवलदार धर्मपाल पर पैसों की हेराफेरी के शक में हमला किया। घटना के बाद पुलिस मुख्यालय ने यादव के साथ तैनात 25 पुलिसकर्मियों को हटा दिया है। यादव पहले भी विवादों में रहे हैं और 2023 में उनका तबादला दिल्ली से पुडुचेरी कर दिया गया था।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पुडुचेरी में डीआइजी पद पर तैनात यूटी काडर के 2010 बैच के आईपीएस बिजेंद्र सिंह यादव एक बार फिर विवादों में घिर गए। शुक्रवार रात यादव ने वसंतकुंज स्थित अपनी कोठी में तैनात अपने राइट हैंड हवलदार धर्मपाल पर लोहे के पंच से कई वार कर घायल कर दिया।
उन्होंने धर्मपाल की पिटाई इसलिए की क्योंकि कुछ समय से वह पैसों की हेराफेरी करने लगा था, जिससे यादव एक व्यक्ति के जरिये धर्मपाल का जासूसी करवा रहे थे। जासूस को पकड़ लेने और उसके साथ बदसलूकी करने पर यादव ने आपा खो दिया और पुडुचेरी से दिल्ली पहुंचकर धर्मपाल की पिटाई कर दी।
घटना से आहत होकर हवलदार द्वारा पीसीआर कॉल कर यादव के खिलाफ शिकायत करने पर देने पर महकमे में सनसनी फैल गई। शनिवार को मुख्यालय तक मामला पहुंचने पर यादव के साथ अटैच दिल्ली पुलिस के सभी 25 पुलिसकर्मियों को हटा लिए गए।
आइपीएस बिजेंद्र सिंह यादव के खिलाफ विवाद का यह कोई पहला मामला नहीं है। वह कई बार विवादों के कारण सुर्खियों में रहे हैं। 2023 में इन्हें दिल्ली से तबादला कर पुडुचेरी भेज दिया गया था। पूर्व पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के कार्यकाल के दौरान इन्हें पहली बार बाहरी-उत्तरी जिले का डीसीपी बनाया गया था।
दरअसल अस्थाना के कार्यकाल में कई आइपीएस को जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई जिन्हें अन्य पुलिस आयुक्त के कार्यकाल में जिले की जिम्मेदारी मिल पाना मुश्किल था। उसी तरह दर्जनों ऐसे एसीपी को सब डिवीजन और इंस्पेक्टरों को थानाध्यक्ष बनाया गया जिनके लिए ऐसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल पाना सपने जैसा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यूपी के एटा जिले का रहने वाला धर्मपाल, बिजेंद्र सिंह यादव का सबसे खास शख्स था। वह करीब 15 साल से यादव के साथ अटैच था और इनके सारे धंधे को वही संभाल रहा था। बताया जा रहा है बिजेंद्र सिंह यादव का वसंतकुंज नार्थ थानाक्षेत्र में कोठी है। उस इलाके में धर्मपाल इनके प्रापर्टी व अन्य धंधे को संभाल रहा था।
कुछ समय से यादव को धर्मपाल द्वारा हेराफेरी करने की शिकायतें मिलने लगी थी। जिससे यादव एक शख्स के जरिये धर्मपाल की जासूसी करवा रहे थे। गुरुवार को धर्मपाल ने जासूस को पकड़ लिया। पूछताछ में सारा भेद खुल गया। इसकी जानकारी यादव को मिलने पर वह पुडुचेरी से दिल्ली आ गए और धर्मपाल की पिटाई कर दी।
पुलिस मुख्यालय को इसकी जानकारी मिलने पर यादव के साथ अटैच करीब 25 पुलिसकर्मियों को हटा लिया गया। कुछ माह पहले स्पोटर्स इंज्यूरी सेंटर सफदरजंग में भी बिजेंद्र सिंह यादव ने डाक्टरों को धमकी दी थी जिसका डाक्टरों ने विरोध किया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।