दिल्ली के तीन फ्लाईओवर की अब बदल जाएगी सूरत, हजारों लोगों को जाम से मिलेगी राहत
Delhi Flyover Repairs दक्षिणी दिल्ली के आईआईटी राव तुला राम और मोदी मिल फ्लाईओवर की हालत जल्द सुधरेगी। पीडब्ल्यूडी ने मरम्मत के लिए टेंडर जारी कर दिया है। फ्लाईओवर पुराने होने के कारण जर्जर हो गए हैं जिससे लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है। मरम्मत में पैचवर्क प्लास्टर पेंटिंग और सेंट्रल वर्ज का सुधार शामिल है।

शनि पाथौली, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली के आईआईटी फ्लाईओवर, पुराना राव तुला राम फ्लाईओवर और मोदी मिल फ्लाईओवर की दशा जल्द ही सुधरेगी। इनकी संरचनात्मक जांच के लिए पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) टेंडर भी जारी कर दिया है।
अब इनकी मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि इनमें मोदी मिल फ्लाईओवर की मरम्मत कार्य पूर्व में भी किया गया है।दक्षिणी दिल्ली में ट्रेफिक जाम से राहत दिलाने के लिए आईआईटी, पुराना राव तुला राम और मोदी मिल फ्लाईओवर पर मरम्मत व सुंदरीकरण का काम किया जाएगा।
यह तीनों फ्लाईओवर काफी पुराने हो गए हैं। हाल ही में विभाग के निरीक्षण में सामने आया था कि इन फ्लाईओवर के पैचवर्क, प्लास्टर और पेंटिंग के साथ-साथ सेंट्रल वर्ज में सुधार की आवश्यकता है। इन पर लगाए गए ध्वनि अवरोधक भी जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
एक्सपेंशन जाइंट्स बदलने की भी जरूरत
पीडब्ल्यूडी ने तीनों फ्लाईओवर की संरचनात्मक जांच के लिए 72.2 लाख रुपये का टेंडर भी जारी किया है। निरीक्षण में फ्लाईओवर की सतहों पर दरारें मिली हैं। जबकि कई जगहों पर एक्सपेंशन जाइंट्स को बदलने की जरूरत है।
वर्तमान में सरिता विहार फ्लाईओवर पर भी एक्सपेंशन जाइंट्स को बदला जा रहा है। इसके अलावा पुराने राव तुला राम फ्लाईओवर में क्रैश बैरियर नहीं हैं और सेंट्रल वर्ज की हरियाली का रखरखाव नहीं हुआ।
जांच और कार्य को पूरा करने के लिए 540 दिन का समय निर्धारित किया गया है। इसके अलावा इन फ्लाईओवर के साथ ही लाला लाजपत राय मार्ग के पास एक पुलिया का संरचनात्मक आडिट भी किया जाएगा।
वाहनों की ध्वनि से फ्लाईओवर के पास रहने वाले भी परेशान
इन फ्लाईओवर की खामियों की वजह से प्रतिदिन लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। इसके अलावा वाहनों को भी नुकसान पहुंचता है। इनमें कई जगहों पर गड्ढे हो चुके हैं। इनमें वर्षा के दौरान पानी भरने से हादसे की भी आशंका बनी रहती है।
साथ ही फ्लाईओवर पर लगे ध्वनि अवरोधक क्षतिग्रस्त होने से आसपास रहने वाले लोगों को दिनभर परेशानी झेलनी पड़ती है। वह वाहनों के हार्न व आवाजाही की आवाज से परेशान रहते हैं।
वाहनों की ध्वनि को रोकने के लिए ही फ्लाईओवर पर ध्वनि अवरोधक लगाए गए थे। अब यह जगह जगह से टूट चुके हैं। पिछले काफी समय से इन्हें बदला नहीं गया है।
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