दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या का होगा समाधान, इनर रिंग रोड पर बनेगा एलिवेटेड कॉरिडोर; सरकार ने दिए निर्देश
दिल्ली सरकार इनर रिंग रोड पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना बना रही है ताकि शहर में ट्रैफिक की समस्या से निपटा जा सके। लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया है। कॉरिडोर लगभग 80 किलोमीटर लंबा होगा जिसमें रैंप और लूप भी शामिल होंगे। विशेषज्ञ समिति इस सप्ताह आगे के कदमों पर चर्चा करेगी।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में यातायात की भीड़भाड़ कम करने के उद्देश्य से पीडब्ल्यूडी राष्ट्रीय राजधानी के इनर रिंग रोड पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना बना रहा है।
लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को सलाहकार नियुक्त करने और प्रस्तावित कॉरिडोर के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का काम शुरू करने का निर्देश दिया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने अत्यधिक भीड़भाड़ वाले इनर रिंग रोड पर वाहनों की आवाजाही में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि रिंग रोड पर बढ़ते यातायात भार को देखते हुए हम मौजूदा सड़क के ऊपर एलिवेटेड कारिडोर का निर्माण करने की योजना बना रहे हैं। कुछ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा और एलिवेटेड रोड को मुख्य मार्गों से जोड़ने के लिए रैंप और लूप बनाए जाएंगे।
इनर रिंग रोड वर्तमान में लगभग 55 किलोमीटर लंबा है, जो उत्तरी दिल्ली के शालीमार बाग इलाके से शुरू होकर आजादपुर तक फैला है। हालांकि, प्रस्तावित एलिवेटेड कारिडोर लगभग 80 किलोमीटर लंबा होने की उम्मीद है, जिसमें कनेक्टिविटी में सुधार और बाधाओं को दूर करने के लिए रैंप, लूप और अतिरिक्त लिंक रोड को भी शामिल किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि पीडब्ल्यूडी को एक सलाहकार की नियुक्ति की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कहा गया है जो रिपोर्ट के तकनीकी और व्यवहार्यता पहलुओं को तैयार करेगा। यह परियोजना दिल्ली सरकार की व्यापक सड़क योजना का हिस्सा है, जिसके तहत कई रुकावट वाले स्थानों पर यातायात की भीड़भाड़ से निपटने की योजना है, जिनमें से कई रिंग रोड कारिडोर पर पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि यातायात संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए पहले गठित एक विशेषज्ञ समिति इस सप्ताह आगे के कदमों पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगी।
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