दिल्ली में बिजली की मांग जाएगी 9000 मेगावाट पार, रावतभाटा के परमाणु ऊर्जा संयंत्र से पूरी की जा रही मांग
दिल्ली में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और इस बार 9000 मेगावाट पार करने की आशंका है। डिस्कॉम इस मांग को पूरा करने के लिए रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयं ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, जागरण.नई दिल्लीः दिल्ली में बिजली की मांग में प्रत्येक वर्ष वृद्धि हो रही है। इस बार नौ हजार मेगावाट के पार जाने की संभावना है।
इसे पूरा करने के लिए बिजली वितरण कंपनियां (डिस्काम) देशभर में स्थित अलग-अलग संयंत्रों से बिजली खरीद रही है।
ऐसे में इस बार राजस्थान के रावतभाटा स्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्र से भी दिल्ली की मांग को पूरा करने में मदद मिल रही है।
परमाणु ऊर्जा संयंत्र से दिल्ली को 101.11 मेगावाट बिजली मिली
दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग को पिछले वर्ष भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड की ओर से रावतभाटा स्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्र से दिल्ली को 101.11 मेगावाट बिजली देने की जानकारी दी गई थी।
आयोग ने पिछले पांच वर्षों में इस संयंत्र से मिलने वाली बिजली में से टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड को 32.43 , बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड को 44.71, बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड को 23.20 और मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज को 0.77 मेगावाट बिजली आवंटित की है।
पिछले माह से आपूर्ति भी शुरू हो गई है। जानकारी अनुसार 25 से 30 मेगावाट बिजली मिल रही है। शीघ्र ही आवंटन के हिसाब से आपूर्ति होगी।
पिछले वर्ष 19 जून बिजली की मांग पहुंच गई थी 8656 मेगावाट
डिस्काम अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से मांग में बहुत अधिक वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष 19 जून अधिकतम बिजली की मांग 8656 मेगावाट पहुंच गई थी। इस बार 7748 मेगावाट तक मांग पहुंच गई। आने वाले दिनों में इसमें और वृद्धि होने की संभावना है।
डिस्काम मांग पूरा करने के लिए नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के साथ ही अन्य राज्यों के बिजली संयंत्रों के साथ दीर्घकालीन व अल्पकालीन समझौते के आधार पर बिजली खरीद रही है।
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