बेहतर होगी दिल्ली की लास्ट माइल कनेक्टिविटी, सड़कों पर उतरेगी दो हजार नई 'देवी' बसें; 146 रूट तैयार
दिल्ली में लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए देवी बस सेवा के तहत 2000 बसें चलाने की योजना है। अभी तक 671 बसें ही चल रही हैं। डीटीसी ने 146 नए रूट तय किए हैं जिनमें सुधार के लिए आईआईटी से परामर्श लिया जा रहा है। रूट 10-12 किलोमीटर के होंगे और पूर्वी दिल्ली से शुरुआत होगी। दिल्ली को 6 जोन में बांटकर रूट बनाए गए हैं।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में लास्टमाइल कनेक्टिविटी के तहत लोगों काे उनकी कॉलोनी के पास बस सेवा उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई देवी बस सेवा के तहत अभी तक दिल्ली में 671 के करीब बसें ही सड़कों पर आ सकी हैं, मगर सरकार दिल्ली भर के लिए सभी देवी बसें सड़कों पर उतरने से पहले रूट तय करने की तैयारी में है।
दिल्ली सरकार इस सेवा के तहत सड़कों पर दो हजार बसें उतारी जाएंगी। डीटीसी ने देवी बसों के लिए 146 नए रूट तय किए हैं। सरकार को इसकी रिपोर्ट सौंपी गई है।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रूटों के विभाजन में कुूछ खामियां हैं, कुछ कालोनियां छूट रही हैं, रूट में बदलाव कर जिन्हें शामिल किया जा सकता हे, कुछ और मेट्रो स्टेशन आदि जोडे़ जा सकते हैं। ऐसी खामियों को दूर करने के लिए आईआईटी से कहा गया है। खामियां दूर करने के बाद रिपोर्ट जारी की जाएगी।
रूट इस तरह बनाए गए हैं कि हर रूट पर 1-2 मेट्रो स्टेशन भी आएं। प्रत्येक रूट की लंबाई 10-12 किलोमीटर होगी। पूर्वी दिल्ली से इन बसों के रूट को लान्च करने की तैयारी चल रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब 2 हजार देवी बसों में से मरम्मत और कुछ रिजर्व बसों को छोड़कर रोजाना औसतन 1741 देवी बसों के चलने की उम्मीद है।
यहां बता दें कि लास्टमाइल कनेक्टिविटी के तहत दिल्ली की जनता को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लाई गई देवी बस सेवा के तहत डीटीसी जहां 2080 बसें लेकर आने का लाने के लक्ष्य के साथ चलेगी, वहीं डिम्ट्स के तहत भी देवी बसें लाए जाने का प्रविधान है।
अभी तक ड्रिम्ट्स के तहत 259 बसें आ चुकी हैं और डीटीसी के तहत 410 बसें अब तक सड़कों पर उतर चुकी हैं, जल्द ही कुछ और बसें आने की उम्मीद की जा रही है। दिल्ली सरकार का दावा है कि अगले साल तक सभी 2000 देवी बसें सड़कों पर आ जाएंगी।
डीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देवी बसों के लिए रूट तय करने के दौरान यह भी देखा गया कि किन-किन इलाकों में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा में कमी है। अब पूरी दिल्ली को 6 जोन में बांटकर रूट बनाए गए हैं। साउथ-वेस्ट दिल्ली और साउथ दिल्ली जोन में सबसे ज्यादा 32-32 रूट बनाए गए हैं और इन रूटों पर क्रमशः 382 व 307 देवी बसें चलाई जाएंगी।
इसी तरह उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली जोन में 27 रूट बनाए गए हैं, जिस पर 352 देवी बसें चलाई जाएंगी। यमुनापार में 19 रूट बनाए गए हैं और इस रूट पर 219 देवी बसें चलेंगी। पश्चिमी दिल्ली में 17 रूट बनाए गए हैं, जिस पर 313 देवी बसें चलेंगी। मध्य-उत्तरी दिल्ली जोन में 19 रूट बनाए गए हैं और इस रूट पर 168 देवी बसें चलेंगी।
इन मार्गों पर पड़ने वाले डीटीसी बस स्टैंड पर तो बसें रुकेंगी ही, लेकिन जिन इलाकों में डीटीसी बस स्टैंड नहीं हैं, वहां जगह होने पर देवी बसों के लिए अलग से स्टैंड भी बनाए जाएंगे। जहां जगह नहीं होगी, वहां पोल व बोर्ड लगाकर देवी बसों के स्टैंड व रूट नंबर की जानकारी दी जाएगी।
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