नेहरू पार्क को पहला 'क्लीन एयर जोन' बनाएगी दिल्ली सरकार, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए लिया गया फैसला
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए नेहरू पार्क में क्लीन एयर जोन बनाने की योजना बनाई है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने पार्क का दौरा किया। 150 एयर प्यूरिफायर लगाने की संभावना तलाशी जा रही है जो पीएम 2.5 कणों को फ़िल्टर करेंगे। यह पर्यावरण कार्य योजना 2025 का हिस्सा है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने रविवार को नेहरू पार्क का दौरा किया और राजधानी के पहले संभावित 'क्लीन एयर जोन' की समीक्षा की।
दिल्ली सरकार नेहरू पार्क को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देख रही है, जहां 150 हाई कैपेसिटी एयर प्यूरिफायर लगाने की संभावना पर अध्ययन किया जा रहा है। ये एयर प्यूरिफायर 400–600 वर्ग मीटर क्षेत्र में पीएम 2.5 कणों को फिल्टर कर सकते हैं। सरकार के अनुसार आइएसबीटी, पेट्रोल पंपों और बाजारों में इन मशीनों का परीक्षण किया जा चुका है, जहां सकारात्मक नतीजे मिले हैं।
दोनों मंत्रियों ने इस दौरान नागरिकों से भी सुझाव लिए
निरीक्षण के दौरान एनडीएमसी, पर्यावरण विभाग और पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। दोनों मंत्रियों ने इस दौरान मार्निंग वाक पर आए नागरिकों से भी सुझाव लिए। पर्यावरण मंत्री सिरसा ने कहा इस तकनीक का सीमित क्षेत्र में अच्छा प्रभाव देखने को मिला है। अब हम देखना चाहते हैं कि क्या यह बड़े स्तर पर भी काम कर सकती है या नहीं। लोगों की राय के आधार पर ही आगे निर्णय लिया जाएगा।
यह योजना दिल्ली सरकार के पर्यावरण कार्य योजना 2025 का हिस्सा
उन्होंने बताया कि यह योजना दिल्ली सरकार के पर्यावरण कार्य योजना 2025 का हिस्सा है, जिसमें लैंडफिल साइट्स पर बायोमाइनिंग, निर्माण स्थलों पर निगरानी, मशीनों द्वारा सड़क की सफाई और एंटी-स्माग गन जैसी योजनाएं भी शामिल हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए एक हजार करोड़ की सहायता दी है। हम पर्यावरण और विकास दोनों को साथ लेकर चल रहे हैं।
परियोजना को CSR मॉडल के तहत लागू करने पर विचार कर रही
सरकार इस परियोजना को सीएसआर मॉडल के तहत लागू करने पर विचार कर रही है ताकि आर्थिक बोझ कम हो। यदि अध्ययन सफल रहता है, तो कनाट प्लेस, खान मार्केट जैसे व्यस्त क्षेत्रों में भी इस माडल को लागू किया जाएगा। यह अध्ययन सफल रहा तो नेहरू पार्क में बना ‘क्लीन एयर ज़ोन’ दिल्ली के अन्य पार्कों, स्कूलों और बाजारों में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए मिसाल बन सकता है।
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