Delhi Pollution: प्रदूषण से जंग में CAQM ने विशेषज्ञों से मांगे सुझाव, प्रस्ताव जमा करने की ये है अंतिम डेट
दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) विशेषज्ञों से सुझाव मांग रहा है। वैज्ञानिकों शोधकर्ताओं गैर सरकारी संगठनों और नागरिक समूहों को 31 जुलाई तक प्रस्ताव जमा करने के लिए कहा गया है। चयनित प्रस्तावों को आयोग आर्थिक सहायता भी देगा। यह सुझाव थर्मल पावर प्लांट निर्माण गतिविधियों और पराली जलाने जैसे विभिन्न प्रदूषण स्रोतों से संबंधित होने चाहिए।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रदूषण से जंग में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) भी अब विशेषज्ञों के सुझावों पर काम करेगा। इस निमित्त सीएक्यूएम ने विज्ञानियों, शोधार्थिओं, गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक स्तर पर काम करने वाले नागरिक संगठनों से इस संदर्भ में सुझाव देने को कहा है।
इससे पहले मार्च में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने इसी तर्ज पर देशभर के 22 प्रमुख संस्थानों से सुझाव देने को कहा था। सीएक्यूएम की ओर से पोर्टल पर डाले गए नोटिस के अनुसार 31 जुलाई प्रस्ताव जमा कराने की आखिरी तारीख है।
अच्छे प्रस्तावों का चयन बाकायदा किसी विशेषज्ञ समिति के हाथोें होगा। चयनित प्रस्तावों के लिए सीएक्यूएम आर्थिक सहयोग भी देगा और एक तय समयावधि में इन पर काम करना भी सुनिश्चित किया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक चयनित विशेषज्ञ एजेंसियों को प्रस्तावों पर विश्लेषण करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। इसके बाद उस विश्लेषण पर ही आगे की कार्ययोजना के लिए विचार- विमर्श किया जाएगा।
इन विषयों पर आमंत्रित किए गए सुझाव प्रस्ताव
1. थर्मल पावर प्लांट सहित औद्योगिक उत्सर्जन
2. सीएंडडी गतिविधियों की धूल
3. सड़कों और खुले क्षेत्रों की धूल
4. कृषि पराली जलाना
5. नगरपालिका ठोस अपशिष्ट जलाना, खुले में जलाना और बायोमास जलाना
6. घरेलू उत्सर्जन
7. बिखरे स्रोतों से उत्सर्जन
8. वायु प्रदूषण और हाटस्पाट पैदा करने वाले अन्य स्रोत।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।