दिल्ली में नगर निगम के एक्शन पर जमकर हंगामा, कर्मचारियों के साथ की गई हाथापाई
बाहरी दिल्ली में रोहिणी नगर निगम जोन ने मवेशी पकड़ने और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। अवंतिका में मवेशी पकड़ने के दौरान हाथापाई हुई जिसके बाद दो लोग गिरफ्तार हुए। सुल्तानपुरी में अतिक्रमण हटाने के दौरान लोगों ने विरोध किया और निगम पार्षद पर बाधा डालने का आरोप लगा। निगम मामले की जांच कर रहा है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बाहरी दिल्ली में रोहिणी नगर निगम जोन की ओर से मंगलवार को मवेशी पकड़ने और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया। दोनों ही अभियान के दौरान लोगों के विरोध के बाद हंगामा खड़ा हो गया। अवंतिका में सार्वजनिक स्थानों पर घूम रहे मवेशी पकड़ने के लिए अभियान चलाया।
बताया गया कि पहला मवेशी पकड़ने की कोशिश में ही दो लोगों ने गोवंशी को गाड़ी में बैठाने से रोका। इस क्रम में आरोपी ने निगम कर्मचारियों से हाथा-पाई की। मामला बढ़ता देख टीम ने पुलिस को बुलाया। निगम की शिकायत पर दोनों आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
उधर, सुल्तानपुरी में फुटपाथ से अतिक्रमण हटाने के दौरान टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। आरोप है कि एक निगम पार्षद ने कार्रवाई में बाधा डालने का प्रयास किया है। निगम उपायुक्त ने बताया कि पार्षद के खिलाफ शिकायत मिली है, अभी इसकी जांच की जा रही है।
अवंतिका क्षेत्र में एक पूर्व निगम पार्षद की ओर से दर्ज कराई शिकायत के बाद नगर निगम की वेटनरी ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची। नगर निगम टीम ने एक गोवंशी को गाड़ी में बैठाने लगे तो इसी दौरान युवकों ने गाय को छुड़वाने का प्रयास किया। दोनों को रोका तो कर्मचारियों से हाथापाई की।
इसके बाद कर्मचारियों ने पुलिस को सूचित किया। यहां आधे घंटे तक हंगामे की स्थिति बनी रही। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हंगामे को शांत कराया। बताया जाता है कि निगम की ओर से दोनों युवकों के खिलाफ विजय विहार थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
सुल्तानपुरी के जगदंबा मार्केट में नगर निगम ने फुटपाथ व सड़क किनारे अतिक्रमण हटाए। टीम ने रोड किनारे अस्थायी दुकानों व रेड़ड़ी-पटरी को हटाया गया और सामान को वाहन में लाद दिया। इसी दौरान बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और हंगामा करने लगे। लोगों निगम की गाड़ी को जबरदस्ती रोक लिया, बाद में पुलिस ने गाड़ी को रवाना करा दिया।
आरोप है कि एक निगम पार्षद ने भी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया। इस बारे में रोहिणी नगर निगम उपायुक्त पीके मंडल का कहना है कि कुछ लोगों ने नगर निगम की गाड़ी को जबरदस्ती रोकने का प्रयास किया, इन लोगों में एक निगम पार्षद के शामिल होने की भी शिकायत मिली है। निगम इस शिकायत की जांच कर रहा है, इसके बाद अगला कदम उठाएगा।
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