दिल्ली के इस एयरपोर्ट पर जाने के लिए नहीं लगेगा गाड़ियों का लंबा जाम, रेखा सरकार बना रही योजना
दिल्ली सरकार इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टर्मिनल 1 से 2/3 के बीच यात्रा को आसान बनाने के लिए वाई-आकार का फ्लाईओवर और सुरंग सड़क को चौड़ा करने की योजना बना रही है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी जल्द ही सलाहकार नियुक्त करेगा। सुरंग सड़क को छह लेन से बारह लेन करने का प्रस्ताव है। इस परियोजना पर लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। ढांचागत विकास के मामले में आगे बढ़ रही दिल्ली सरकार जल्द ही इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के टी-एक से टी-दो / तीन के बीच आवागमन की समस्या से निजात दिलाने के लिए कदम उठाने जा रही है।
टी-1 से टी-3 /2 के बीच आवागमन की समस्या दूर करने के लिए वहां वाई-आकार के फ्लाईओवर के निर्माण के साथ साथ रनवे के नीचे सुरंग सड़क को दो गुना चौड़ा करने की याेजना बना रही है।
इसके लिए दिल्ली सरकार ने व्यवहार्यता अध्ययन करने के साथ साथ एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए सलाहकार नियुक्त करने के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को निर्देश दिए हैं।
सलाहकार नियुक्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी जल्द ही इस कार्य के लिए जल्द ही टेंडर जारी करने जा रहा है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि व्यवहार्यता अध्ययन में इसके लिए जो सुझाव आएंगे उन पर काम किया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने कहा कि समस्या के समाधान के लिए अभी माना जा रहा है कि रनवे के नीचे सुरंग-सड़क को मौजूदा छह लेन से दोगुना किया जा सकता है। जो टर्मिनल-एक से टर्मिनल 3/2 तक किया जाएगा।
इन दोनों टर्मिनल के बीच की दूरी लगभग सात किमी है। इस तरह दोनों टर्मिनल के बीच के यात्रियों के आवागमन की परेशानी को कम किया जा सकता है। जानकारों की मानें तो टर्मिनल-एक पर आवाजाही करने वाले यात्रियों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है।
इसके अलावा डायल भी प्रस्तावित हवाई ट्रेन की याेजना पर काम शुरू नहीं कर सका है और और इस पर जल्द ही काम शुरू होने के कोई संकेत नहीं हैं।
योजना के अनुसार हवाई ट्रेन तैयार होने तक टर्मिनल 3/2 और टर्मिनल 1 के बीच यातायात की व्यवस्था संभालने के लिए डायल ने कुछ साल पहले एक वाई-आकार का फ्लाईओवर प्रस्तावित किया था, जो इस मार्ग को एक तरफ द्वारका जाने वाली सड़क, दूसरी तरफ धौला कुआं और वसंत विहार जाने वाली इंदिरा गांधी रोड से जोड़ेगा।
प्रस्तावित फ्लाईओवर, टर्मिनल 1 और इंदिरा गांधी रोड पर वर्तमान में जाम वाले एनएसजी चौराहे से लेकर टर्मिनल 1 और टर्मिनल 3 के बीच आवागमन को सिग्नल-मुक्त तो बनाएगा।
लेकिन वाहनों की बढ़ती आवाजाही से निपटने के लिए दोनों टर्मिनलों को जोड़ने वाली उत्तरी पहुंच मार्ग को चौड़ा करना होगा। इसमें मौजूदा सुरंग मार्ग को छह-लेन से बार लेन का करना होगा। इसके लिए एक अतिरिक्त छह-लेन की अतिरिक्त सुरंग सड़क बनाने की जरूरत है।
परियोजना पर खर्च हो सकते हैं 400 करोड़
सूत्रों के अनुसार पूरी परियोजना पर 400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। चूंकि यह सड़क लोक निर्माण विभाग की है, इसलिए डायल ने दिल्ली और केंद्र सरकार दोनों से संपर्क किया है।
एक सूत्र ने बताया कि इस परियोजना के लिए राज्य सरकार द्वारा 20% और केंद्र सरकार द्वारा शहरी विकास निधि से 80% धनराशि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है।
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