हड्डी और रीढ़ में दिक्कत और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजाें लिए AIIMS शुरू करने जा रहा है नया केंद्र
दिल्ली एम्स रीढ़ की हड्डी में चोट ब्रेन स्ट्रोक और हड्डियों की समस्या से परेशान मरीजों के लिए पीएमआर (फिजिकल मेडिसिन रिहैबिलिटेशन) का उत्कृष्टता केंद्र शुरू करने जा रहा है। मैदानगढ़ी में स्थित एम्स-कैपफिम्स में यह केंद्र खुलेगा जिससे पुनर्वास की बेहतर सुविधा मिल सके। सड़क निर्माण के कारण एम्स-कैपफिम्स में चिकित्सा सेवाएं शुरू होने में अभी समय लगेगा।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली: AIIMS रिहैबिलिटेशन की सुविधा बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसके मद्देनजर एम्स प्रशासन ने मैदानगढ़ी में बने एम्स- कैपफिम्स (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आयुर्विज्ञान संस्थान) में पीएमआर (फिजिकल मेडिसिन रिहैबिलिटेशन) का उत्कृष्ट केंद्र शुरू करेगा।
इससे हड्डियों की परेशानी से जूझ रहे मरीजों, रीढ़ में चोट से पीड़ित, हादसों में हाथ या पैर का हिस्सा गंवाने वाले लोगों इत्यादि को पुनर्वास (रिहैबिलिटेशन) की बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
एम्स में पीएमआर विभाग लंबे समय से मौजूद है। जिसमें रीढ़ के चोट, हड्डियों की परेशानी, ब्रेन स्ट्रोक, गर्दन व कमर के दर्द से पीड़ित मरीजों का रिहैबिलिटेशन के जरिए इलाज किया जाता है।
विभाग के डाॅक्टर बताते हैं कि इस विभाग में रीढ़ की चोट से पीड़ित मरीज अधिक पहुंचते हैं। रीढ़ में गंभीर चोट लगने के बाद शरीर का कोई हिस्सा पैरालाइज होने के बाद मरीज का पूरी तरह ठीक हो पाना आसान नहीं होता।
ऐसे में इलाज के बाद फिजियोथेरेपी व रिहैबिलिटेशन थेरेपी की जरूरत पड़ती है। ताकि वे अपना दैनिक कामकाज कर सकें।
इसके अलावा हादसों में चोट के कारण दिव्यांग हुए लोगों का भी इलाज किया जाता है। उन्हें कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने में मदद की जाती है। लेकिन एम्स में पीएमआर विभाग के लिए जगह कम पड़ रही है।
लिहाजा, एम्स प्रशासन का कहना है कि एम्स- कैपफिम्स में पीएमआर का उत्कृष्टता केंद्र शुरू करने की योजना है।
इससे पीएमआर विभाग से जुड़ी चिकित्सा सेवाओं का विस्तार होगा लेकिन यह केंद्र शुरू होने में अभी वक्त लग सकता है। इसका कारण यह है कि एम्स- कैपफिम्स में अभी चिकित्सा सेवाएं शुरू नहीं हो पाई है।
सड़क बनने के बाद ही एम्स-कैपफिम्स में शुरू होगी चिकित्सा
एम्स- कैपफिम्स बनकर तैयार है। लेकिन सड़क निर्माण का मुद्दा पेड़ काटने के विवाद के कारण फंसा हुआ है। मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
एम्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अस्पताल तक एंबुलेंस सहित अन्य वाहनों के आसानी से आवाजाही के लिए सड़क का निर्माण होना है। यह सड़क बनने के बाद ही एम्स-कैपफिम्स में चिकित्सा सेवाएं शुरू हो पाएंगी।
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