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    AI बेस्ड ‘नेवर अलोन’ एप्प बनेगा छात्रों का सहारा, आत्महत्या करने से रोकेगा एम्स और इबहास का यह आविष्कार

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 03:36 PM (IST)

    भारत में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए एम्स दिल्ली एम्स भुवनेश्वर और इबहास के छात्रों के लिए नेवर अलोन नामक एक एप्प लॉन्च किया गया है। यह एप्प छात्रों को एआई आधारित चैटबॉट के माध्यम से परामर्श देगा और लक्षणों के आधार पर समरी रिपोर्ट तैयार करेगा। जरूरत पड़ने पर ऑन-कॉल काउंसलिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। आत्महत्या रोकथाम के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है।

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    विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के मौके पर लांच किया गया 'नेवर अलोन' एप्प। प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दुनिया भर में एक वर्ष में होने वाली कुल आत्महत्याओं में भारत में एक तिहाई महिलाओं की और लगभग एक चौथाई संख्या पुरुषों की होती है। भारत में औसतन हर साल एक लाख 70 हजार से ज्यादा लोग आत्महत्या कर रहे हैं। इस आंकड़े को कम करने यानी आत्महत्या से रोकने के लिए एक एप्प का सहारा लिया जाएगा। उस एप्प का नाम है 'नेवर अलोन'। इसे एम्स दिल्ली, एम्स भुवनेश्वर और इबहास के छात्रों के लिए 'नेवर अलोन' एप्प तैयार  किया गया है, जिसे विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के मौके पर लांच किया गया।

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    क्यों पड़ी ऐसे की एप्प की जरूरत?

    राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2017 में प्रति लाख जनसंख्या पर 9.9 की दर से आत्महत्याओं में लगातार वृद्धि देखी गई है, जो 2022 में बढ़कर प्रति लाख जनसंख्या पर 12.4 हो गई। पढ़ाई व करियर बनाने का दबाव, विफलता का डर और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों में इसके लक्षण अधिक हो सकते हैं। 

    इनमें युवाओं की आबादी 67 प्रतिशत के करीब है। ऐसे में एम्स दिल्ली, एम्स भुवनेश्वर और इबहास के छात्रों के लिए 'नेवर अलोन' एप्प तैयार  किया गया है, जिसे विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के मौके पर लांच किया गया।

    कुछ मिनटों में बनाएगा समरी रिपोर्ट

    मनोचिकित्सक डॉ. नन्द कुमार व डॉ. गगन ने बताया कि छात्र इस एआई आधारित व्हाट्सएप्प चैटबॉट पर लक्षणों के आधार पर परामर्श पा सकेंगे। 5 से 6 मिनट की चैटिंग में यह छात्र की समरी रिपोर्ट तैयार कर देगा। लक्षण दिखने पर ऑन कॉल काउंसिलिंग का सुझाव देगा। स्वीकृति देते ही रिपोर्ट को उपलब्ध चिकित्सक को भेज देगा। चिकित्सक काउंसिलिंग करेंगे।

    शुल्क लगेगा 70 पैसे प्रतिदिन

    एप्प पर अभी काम चल रहा है। छात्रों के लिए यह अगले महीने से उपलब्ध होगा। बाकी संस्थान या विश्वविद्यालय के लिए प्रति छात्र 70 पैसे प्रतिदिन के शुल्क पर इसे उपलब्ध कराया जाएगा।

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