दिल्ली ZOO से 12 मोर समेत कई प्राणी लापता, पिंजरे से उड़ी 'ब्राह्मणी' अब तक नहीं लौटी
नई दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में लापरवाही सामने आई है। एक ब्राह्मणी चील 6 सितंबर को अपने पिंजरे से भाग गई जिसका अभी तक पता नहीं चला है। खराब ताले और खुले दरवाजे के कारण चील भागने में सफल रही। इसके अतिरिक्त 12 मोर भी लापता हो गए हैं जिनमें से कुछ को पकड़ लिया गया है। प्रशासन इस मामले पर चुप है।

रितिका मिश्रा, नई दिल्ली। राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में गंभीर लापरवाही जारी है। हालात इतने बदतर हैं कि वन्यजीव अपने बाड़ों से भाग रहे हैं और उन्हें पकड़ने और वापस लाने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।
6 सितंबर को एक ब्राह्मणी चील अपने पिंजरे से भाग निकली और प्रशासन अभी तक उसे पकड़ नहीं पाया है। चिड़ियाघर में कुल चार ब्राह्मणी चील हैं, जिन्हें लगभग आठ-नौ साल पहले तिरुवनंतपुरम चिड़ियाघर से खरीदा गया था। वर्तमान में, केवल तीन ब्राह्मणी चील ही बची हैं।
सूत्रों के अनुसार, जिस पिंजरे में चील को रखा गया था, उसका ताला खराब होने के कारण उसे ठीक से बंद नहीं किया गया था। इसके अलावा, मुख्य गैलरी का दरवाजा खुला छोड़ दिया गया था, जिससे चील आसानी से परिसर से बाहर निकल गई।
चिड़ियाघर के एक कर्मचारी ने बताया कि पिंजरे की सफाई के दौरान चील भाग गई। गैलरी का दरवाजा भी खुला था, जिससे चील भाग गई। इसके अलावा, पिछले कुछ दिनों में 12 मोर अपने बाड़े से भाग चुके हैं।
चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने कुछ ही दिनों में उनमें से छह को पकड़ लिया, लेकिन बाकी छह मोर अभी भी जंगल में घूम रहे हैं, जिससे बाकी जानवरों की सुरक्षा को खतरा है। चिड़ियाघर प्रशासन इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है और ज़िम्मेदारी लेने से बच रहा है। चिड़ियाघर निदेशक डॉ. संजीत कुमार से इस बारे में सवाल पूछे गए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
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