मथुरा रोड और इंडिया गेट पर जलभराव से मिलेगी राहत, NDMC का नया प्लान! संपवैल का हो रहा निर्माण
एनडीएमसी ने मथुरा रोड से इंडिया गेट तक जलभराव रोकने के लिए योजना शुरू की है। पुराना किला रोड पर पांच लाख लीटर का संपवैल बनाया जा रहा है जो बारिश के पानी को जमा करेगा। इसके बाद पंपिंग से पानी यमुना में डाला जाएगा। एनडीएमसी तकनीकी खामियों को दूर करके मानसून से पहले जलभराव की समस्या को खत्म करने का प्रयास कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में इस वर्ष मथुरा रोड से लेकर तिलक लेन, पंडारा रोड और इंडिया गेट के आस-पास जलभराव की समस्या के समाधान के लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने काम शुरू कर दिया है। समस्या के समाधान के लिए एनडीएमसी ने पुराना किला रोड पर एक पांच लाख लीटर क्षमता वाले संपवैल का निर्माण शुरू कर दिया है।
अब जब भी वर्षा होगी तो पानी का सड़क पर जमा होने की बजाय संपवैल में भंडारण किया जाएगा। इसके बाद पपिंग के जरिये पानी को यमुना में जाने वाले नाले में डाल दिया जाएगा। एनडीएमसी को उम्मीद है कि इससे योजना से उपरोक्त इलाकों में जलभराव नहीं होगा।
तकनीकी खामियों को किया जा रहा है दूर
संपवैल के निर्माण कार्य का शिलान्यास करने के बाद एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने बताया कि एनडीएमसी जलभराव के सभी कारणों को खत्म करने पर काम कर रही है। हमने इस मानसून के तैयारियां पहले से शुरू की हैं। इसके तहत जहां-जहां संसाधनों की कमी है वहां पर संसाधन लगाए जा रहे हैं। वहीं जहां तकनीकी खामी है वहां पर तकनीकी खामियों को भी दूर किया जा रहा है।
इसके तहत ही हमने पुराना किला रोड पर संपवैल बनाने का काम शुरू किया है। इससे मथुरा रोड, तिलक लेन, इंडिया गेट के साथ ही पंडारा रोड और हाईकोर्ट के आस-पास के इलाकों में जलभराव नहीं होगा। उन्होंने बताया कि संपवैल में तेज वर्षा होने पर पानी इकट्ठा कर लिया जाएगा। इसके बाद पपिंग स्टेशन के जरिये ड्रेनज में पानी छोड़ दिया जाएगा।
अन्य ड्रेनेज सुधार कार्य योजना पर भी कार्य कर रही
उन्होंने बताया इसके अलावा परिषद अपने अन्य ड्रेनेज सुधार कार्य योजना पर भी कार्य कर रही है। इसके तहत तात्कालिक एवं मध्यम अवधि के उपाय जैसे आधुनिक उपकरणों द्वारा मौजूदा वर्षा जल नालों का तकनीकी मूल्यांकन, चिन्हित नालों की सिल्ट सफाई और संरचनात्मक मरम्मत, जलभराव वाले स्थलों पर पंपिंग क्षमता का सुदृढ़ीकरण का कार्य शामिल है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष वर्षा के दौरान तत्कालीन जल मंत्री आतिशी के मथुरा रोड स्थित सरकारी आवास में जलभराव हो गया था।
प्रगति मैदान परियोजना के बाद बिगड़ का ड्रेन का लेवल
एनडीेएमसी के अधिकारी ने बताया कि पहले एनडीएमसी इलाकों का पानी ड्रेन के जरिये यमुना में चला जाता था लेकिन प्रगति मैदान टनल निर्माण में पीडब्ल्यूडी ने मटका पीर के पास एनडीएमसी के ड्रेनेज को तोड़ दिया था। टनल के बाद जब फिर से ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया तो उसके लेवल का मिलान नहीं हो रहा था। एनडीएमसी इलाके से जो ड्रेनज जा रही है वह नीचले स्तर हैं जबकि एनडीएमसी इलाके से जब एमसीडी में इलाके में ड्रेनेज में जब यह पानी पहुंचता है तो उसका स्तर ऊंचा है। इससे पानी तेज गति से यमुना में नहीं पहुंच पाता है। परिणामस्वरूप यहां जलभराव हो जाता है।
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