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    'BJP का फर्जी इतिहास है...', बंटवारे के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने वाले NCERT मॉड्यूल पर भड़के कांग्रेस नेता

    Updated: Sat, 16 Aug 2025 02:00 PM (IST)

    एनसीईआरटी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर विभाजन पर एक नया मॉड्यूल जारी किया जिस पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने चुनौती दी है। दीक्षित ने विभाजन के लिए जिम्मेदार लोगों पर एनसीईआरटी के दावों पर सवाल उठाए। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण की भी आलोचना की इसे निराशाजनक बताया।

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    विभाजन मॉड्यूल पर कांग्रेस ने एनसीईआरटी को दी चुनौती।

    एएनआई, नई दिल्ली। एनसीईआरटी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर एक नया मॉड्यूल जारी किया। जिसमें उसने देश के बंटवारे के पीछे जिम्मेदार लोगों के बारे में बताया है।

    अब इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि मैं एनसीईआरटी को विभाजन पर चर्चा के लिए चुनौती देता हूं। आज, उनके (भाजपा) पास एनसीईआरटी है। उन्हें विभाजन के बारे में कुछ भी नहीं पता।

    प्रधानमंत्री मोदी के स्वतंत्रता दिवस के भाषण और उसमें आरएसएस के जिक्र पर उन्होंने कहा,

    "यह बहुत निराशाजनक था। यह उनके विदाई भाषण जैसा लग रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे वह किसी को खुश करने के लिए यह कह रहे हों।"

    बता दें एनसीईआरटी ने इस नए मॉड्यूल में देश के बंटवारे के पीछे जिम्मेदार लोगों के बारे में बताया है। जिसमें कांग्रेस नेतृत्व पर अहम जिम्मेदारी डालते हुए साफतौर पर कहा गया कि कांग्रेस ने विभाजन की योजनाओं को स्वीकार कर लिया और जिन्ना को कम करके आंका।

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     विभाजन स्मृति दिवस के अवसर पर दो मॉड्यूल हुए। एक मध्य चरण के लिए और दूसरा द्वितीयक चरण के लिए। मॉड्यूल में कहा गया है कि भारत का विभाजन और पाकिस्तान का निर्माण किसी भी तरह से अपरिहार्य नहीं था।

    इसके बजाय, उनका तर्क है कि तीन लोगों ने विभाजन को आकार दिया, जिसमें मोहम्मद अली जिन्ना, जिन्होंने इसकी मांग की; कांग्रेस, जिसने इसे स्वीकार किया; और माउंटबेटन, जिन्होंने इसे औपचारिक रूप से लागू कर दिया।

    दूसरे चरण के मॉड्यूल में कहा गया है कि किसी भी भारतीय नेता को राष्ट्रीय या प्रांतीय प्रशासन, सेना, पुलिस आदि को चलाने का अनुभव नहीं था। इसलिए, उन्हें स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होने वाली बड़ी समस्याओं का कोई अंदाजा नहीं था। वरना, इतनी जल्दबाजी नहीं की गई होती।