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    National Herald Case : यंग इंडिया ने कोर्ट में कहा- ED की शिकायत बेतुकी, दबा दिए ऋण व ब्याज अदायगी और अन्य दस्तावेज

    Updated: Mon, 07 Jul 2025 09:48 PM (IST)

    नेशनल हेराल्ड मामले में डोटेक्स मर्चेंडाइज और कांग्रेस नेताओं ने ईडी के आरोपों का विरोध किया। यंग इंडियन ने ऋण दस्तावेजों को दबाने का आरोप लगाया और सुब्रमण्यम स्वामी के आंकड़ों पर सवाल उठाए। डोटेक्स मर्चेंडाइज ने बिना शिकायत प्रति के ईसीआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया। ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर मनी लांड्रिंग का आरोप लगाया है।

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    वकीलों ने सवाल उठाया- कहां से आया दो हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा ?

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: National Herald Case से जुड़े मनी लाॅन्ड्रिंग मामले में सोमवार को भी राउज एवेन्यू की विशेष अदालत के समक्ष सुनवाई हुई।

    विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने के समक्ष ईडी के आरोपों का विरोध करते हुए यंग इंडियन कंपनी के वकील माधव खुराना ने कहा कि मामले में ऋण की अदायगी, ब्याज और अन्य दस्तावेज ED की ओर से दबा दिए गए थे।

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    उन्होंने कहा कि ईडी की शिकायत बेतुकी बातों से भरी हुई थी। उन्होंने कहा कि आरोपों की सत्यता की जांच वैधानिक रूप से आवश्यक थी, लेकिन ED ने जांच भी नहीं की। यह भी तर्क दिया कि मामले में शिकायत किसी सरकारी कर्मचारी की नहीं बल्कि एक नागरिक ने की है।

    सुब्रमण्यम स्वामी दो हजार करोड़ के आंकड़े पर कैसे पहुंचे ?

    मामले में शिकायतकर्ता व पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी पर वकील माधव खुराना ने सवाल उठाया कि वह दो हजार करोड़ रुपये के आंकड़े पर कैसे पहुंचे?

    उन्होंने तर्क दिया कि आयकर विभाग का कहना है कि 90 करोड़ रुपये का ऋण एक फर्जी लेनदेन था। पैसा कहीं गया नहीं, लेकिन यही मामले का आधार बन जाता है। अगर सरकार के दो अंग अलग-अलग रुख अपना रहे हैं, तो अपराध कैसे संभव है?

    स्वामी से प्रमाणित प्रति लिए बिना ED ने कार्रवाई की

    वहीं, दूसरी तरफ मामले में आरोपित एक अन्य कंपनी डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड ने अदालत को बताया कि ईडी ने गलत तरीके से कार्रवाई की।

    कंपनी की तरफ से पेश हुए वकील प्रमोद कुमार दुबे ने कहा कि ED ने गलत तरीके से कार्रवाई की है, क्योंकि 30 जून 2021 को ईसीआईआर दर्ज करते समय स्वामी की शिकायत की प्रमाणित प्रति प्राप्त किए बिना कार्रवाई की।

    उन्होंने कहा कि भले ही कोई देश का सबसे अच्छा शेफ हो, लेकिन चावल के बिना बिरयानी नहीं बना सकता। दुबे ने यह भी तर्क दिया कि एजेंसी ने विभिन्न चरणों में अपराध की आय को परिभाषित करते समय अलग-अलग रुख अपनाया। कंपनी की ओर से दलीलें मंगलवार को जारी रहेंगी।

    सुमन दुबे और सैम पित्रोदा के वकीलों ने भी रखे तर्क

    सैम पित्रोदा की तरफ से पेश हुए वकील ने कहा कि वह अब शिकागो में रहते हैं और कैंसर और हृदय रोग सहित अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं।

    उन्होंने कहा कि पित्रोदा को अपराध के लिए कोई विशिष्ट भूमिका नहीं सौंपी गई थी और उनके मुवक्किल ने कानून के दायरे में सब कुछ किया।

    वहीं, सुमन दुबे की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता ने कहा कि शिकायत में अपराध की आय के सृजन के बारे में नहीं बताया गया है।

    उन्होंने कहा कि यह एक भ्रामक मामला है। AJL और Young India ने जो कुछ भी किया, वह उनके संप्रभु कार्यों के अंतर्गत था। लेन-देन का हर पहलू सार्वजनिक डोमेन में है।

    Sonia और Rahul Gandhi पर है मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप

    ईडी ने कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ मनी लाॅन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (पीएमएलए) की धारा-तीन (मनी लाॅन्ड्रिंग ) और धारा-चार (मनी लाॅन्ड्रिंग के लिए दंड) के तहत आरोपपत्र दायर किया।

    आरोपपत्र में सोनिया-राहुल गांधी, सुमन दुबे, सैम पित्रोदा, सुनील भंडारी, यंग इंडियन और डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल है।

    ईडी ने आरोप लगाया है कि सोनिया और राहुल गांधी ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की दो हजार करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियों पर धोखाधड़ी से कब्जा करके मनी लाॅन्ड्रिंग की साजिश रची।