Delhi News: एलबीएस अस्पताल में बनेगा राजधानी का दूसरा स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर
खिचड़ीपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री (एलबीएस) अस्पताल में राजधानी का दूसरा स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर बनेगा। इसमें खेल-कूद के दौरान लगने वाली चोटों (स्पोर्ट्स इंजरी) का इलाज होगा। इससे यमुनापार के साथ उप्र के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले युवाओं को भी इलाज मिल सकेगा।

नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। खिचड़ीपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री (एलबीएस) अस्पताल में राजधानी का दूसरा स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर बनेगा। इसमें खेल-कूद के दौरान लगने वाली चोटों (स्पोर्ट्स इंजरी) का इलाज होगा। इससे यमुनापार के साथ उप्र के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले युवाओं को भी इलाज मिल सकेगा। अभी तक सिर्फ सफदरजंग अस्पताल में ही इस तरह का सेंटर चल रहा है। अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक अगले एक-दो सप्ताह में इसे शुरू कर दिया जाएगा। अभी इसके लिए मशीनें मंगाई जा रही हैं। कुछ आ भी चुकी हैं। लगभग सौ बेड की क्षमता वाले लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के विस्तार की योजना काफी साल बनी थी। बेड बढ़ाए जाने थे। इसके लिए नई बिल्डिंग तैयार की जानी थी। लेकिन, ऊपर से मेट्रो लाइन गुजरने की वजह से यह काम शुरू नहीं हो सका है।
अस्पताल प्रशासन ने अब यहां स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए कोई नया ढांचा नहीं बनाया जाएगा। बल्कि मौजूदा बिल्डिंग में ही इसकी व्यवस्था की जाएगी। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि इस सेंटर के शुरू होने से यमुनापार और आसपास के इलाकों में रहने वाले ऐसे युवाओं को राहत मिलेगी जो खेल-कूद के दौरान चोटिल हो जाते हैं। स्पोर्ट्स इंजरी युवाओं में ज्यादा होती है। इस सेंटर को हड्डी विभाग से जोड़ा जाएगा। इसके लिए जरूरी मशीनें मंगाई जा रही हैं।
लेजर सर्जरी की शुरुआत की जा रही है। हड्डी रोग के विभाग प्रमुख डा संजीव गंभीर ने बताया कि खेल-कूद के दौरान लगने वाली चोटों को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित होता है। अगर सही समय पर इसकी पहचान कर ली जाए और इलाज शुरू कर दिया जाए तो मरीज को भविष्य में दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि योजना के मुताबिक हर बुधवार को इसके लिए विशेष ओपीडी चलेगी।
इसमें दोपहर 2:00 से 3:00 बजे तक मरीज देखे जाएंगे। मरीजों की संख्या बढ़ने पर समय बढ़ाया जाएगा। इसके लिए आनलाइन अप्वाइंटमेंट की भी सुविधा शुरू की जा रही है। अस्पताल में स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ डा. वरुण सिंह ने बताया कि अभी हम लोग इस तरह के मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर करते हैं। लेकिन सेंटर शुरू होने के बाद यहां उन्हें इलाज मिल सकेगा। निकट होने की वजह से लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में यमुनापार के अलावा साहिबाबाद, गाजियाबाद और नोएडा से भी मरीज आते हैं।

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