Delhi: संघ की तर्ज पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच भी अब लगाएगा शाखा, व्यायाम के साथ राष्ट्रगान भी होगा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तर्ज पर अब मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) की भी देशभर में शाखाएं लगेंगी। वर्तमान में इसका आरंभ साप्ताहिक शाखाओं के रूप में होगा। प्रत्येक शुक्रवार को फजिल की नमाज के बाद अल सुबह पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों में इसका आयोजन होगा। एक घंटे की शाखा में शारीरिक व्यायाम और बौद्धिक होगा। इसके साथ ही राष्ट्रगान भी हुआ करेगा।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तर्ज पर अब मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) की भी देशभर में शाखाएं लगेंगी। वर्तमान में इसका आरंभ साप्ताहिक शाखाओं के रूप में होगा। प्रत्येक शुक्रवार को फजिल की नमाज के बाद अल सुबह पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों में इसका आयोजन होगा।
एक घंटे की शाखा में शारीरिक व्यायाम और बौद्धिक होगा। स्वयंसेवकों को तन-मन से स्वस्थ रखने के साथ ही राष्ट्र और समाज चिंतन की धारा में साथ आने पर जोर दिया जाएगा।
एमआरएम सूत्रों के अनुसार, शाखाओं के जरिए मुस्लिम समाज का एकत्रिकरण राष्ट्रवाद व सामाजिक मुद्दों पर सकारात्मक विचारों व कार्यों को गति देगा। साथ ही इसका उद्देश्य समाज को विघटनकारी ताकतों के झांसे से बचाकर देश निर्माण की मुख्य धारा से जोड़ने का है। एमआरएम ने इस शाखा को ''कसरतवार'' नाम दिया है।
संगठन के एक पदाधिकारी के अनुसार, फिलवक्त इसके लिए कोई गणवेश तय नहीं है, लोगों को ढीले ढाले कपड़ों में आने को कहा गया है। साथ ही शाखा का समापन राष्ट्रगान और इसमें तिरंगा झंडा की सलामी से होगा।
एमआरएम के शीर्ष पदाधिकारी ने बताया कि इस शुक्रवार (11) अगस्त से इसका औपचारिक आरंभ हो जाएगा, इस महत्वकांक्षी अभियान को आने वाले कुछ माह में उन सभी 23 राज्यों के 350 जिलों में ले जाने की कोशिश होगी, जहां संगठन का विस्तार है और वहां संगठन के पदाधिकारी हैं।
हालांकि, शुरुआत के दिनों में इसमें लोगों की कम मौजूदगी की संभावना है। धीरे-धीरे विस्तार के साथ इसे प्रत्येक दिन में ले आने पर जोर होगा। अभी शुक्रवार को शाखा में आने तथा सप्ताह के बाकि दिनों में एक निश्चित समय और अवधि में घर या अपने स्थान पर कसरत जोर दिया जाएगा।
पदाधिकारी के अनुसार ये व्यायाम सत्र नागरिकों को एक साथ आने, राष्ट्र से संबंधित मामलों पर चर्चा में शामिल होने और सामूहिक कल्याण में योगदान करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। मंच का मानना है कि जिस प्रकार रोजाना लोग नमाज पढ़ते हैं या अपने धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पूजा करते हैं, उसी प्रकार उसे प्रतिदिन अपनी सुविधा के अनुसार व्यायाम करना चाहिए। जबकि सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को ''''कसरतवार'''' मानते हुए सुबह एक स्थान पर एकत्र होकर व्यायाम और राष्ट्रगान करें।
एमआरएम के 80 सदस्यों की हुई गुरु दक्षिणा
एमआरएम, आरएसएस के विचारधारा से प्रेरित संगठन है, जिसका गठन वर्ष 2002 में हुआ था। इसे देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों में से एक माना जाता है, जो राष्ट्रीय व सामाजिक मुद्दों पर मुस्लिम समाज को एक मंच पर लाने का काम कर रहा है। हाल के वर्षों में मुस्लिम व संघ तथा सरकार के बीच संवाद प्रक्रिया में यह अहम भूमिका निभा रहा है। संगठन सूत्रों के मुताबिक एमआएम के करीब 80 से अधिक पदाधिकारियों का पांच अगस्त को डीडीयू मार्ग स्थित संस्कार भारती के कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में गुरु दक्षिणा कराई गई है।
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