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    नए साल पर फरीदाबाद को मिलेगा मेट्रो का तोहफा, मुजेसर-बल्लभगढ़ रूट हो रहा तैयार

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    Updated: Mon, 01 Oct 2018 03:36 PM (IST)

    मुजेसर से बल्लभगढ़ तक मेट्रो का ट्रैक साढ़े तीन किलोमीटर लंबा है। इस पर एनसीबी कॉलोनी और बल्लभगढ़ के नाम से दो मेट्रो स्टेशन बनेंगे। दोनों स्टेशनों पर ...और पढ़ें

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    नए साल पर फरीदाबाद को मिलेगा मेट्रो का तोहफा, मुजेसर-बल्लभगढ़ रूट हो रहा तैयार

    फरीदाबाद/बल्लभगढ़ (जेएनएन)। नए साल पर फरीदाबाद को एक और मेट्रो रूट का तोहफा मिल सकता है। फरीदाबाद में मुजेसर से बल्लभगढ़ रूट पर मेट्रो संचालन शुरू करने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। अंतिम चरण पर चल रही तैयारियों को जल्द पूरा कर इसके संचालन संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है।

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    दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने मुजेसर से बल्लभगढ़ तक मेट्रो पहुंचाने की अंतिम तैयारियों के तहत फिलहाल ट्रैक की खामियों को बारीकी से जांचा जा रहा है। विशेषज्ञ रोजाना स्टेशनों पर अपनी मशीनों से ट्रॉयल करके देख रहे हैं।

    सिग्नल भी तैयार किए जा रहे हैं। उन्हें जलाकर देखा जा रहा है, ताकि किसी तरह की कोई खामी बाद में परेशानी का कारण न बन जाए। मुजेसर से बल्लभगढ़ तक मेट्रो का ट्रैक साढ़े तीन किलोमीटर लंबा है। इस पर एनसीबी कॉलोनी और बल्लभगढ़ के नाम से दो मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं। इन स्टेशनों में मेट्रो के संचालन के लिए डीएमआरसी के इंजीनियर उपकरण लगाने में जुटे हुए हैं। इन इंजीनियरों की प्रमुखता ट्रैक को पूरी तरह से तैयार करना और सिग्नल का सफल संचालन करना है।

    दोनों मेट्रो स्टेशनों पर ट्रैक की जांच करने के लिए मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। सिग्नल शुरू हो चुके हैं। स्टेशनों के अंदर काम जल्दी ही पूरा करने की योजना है। जैसे ही काम पूरा हो जाएगा, उसके बाद फाइल बनाकर रेलवे के सेफ्टी कमिश्नर को निरीक्षण करने के लिए भेजी जाएगी।

    रेलवे सेफ्टी कमिश्नर के निरीक्षण के बाद मेट्रो ट्रैक में जो खामियां बताई जाएंगी, उन्हें पहले दूर किया जाएगा। इसके बाद मेट्रो का संचालन शुरू होगा। डीएमआरसी प्रवक्ता हिमांशु के अनुसार हमारी सबसे पहली प्राथमिकता मेट्रो के लिए ट्रैक को तैयार करना और सिग्नल का ठीक संचालन शुरू करना है। ट्रैक और सिग्नल को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मेट्रो के आने की अंतिम तिथि से पहले रेलवे सेफ्टी कमिश्नर का दौरा कराया जाएगा। सेफ्टी कमिश्नर की अनुमति मिलने के बाद संचालन शुरू कर दिया जाएगा।