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पंजाब में 1980 से 1990 के दशक के दौरान कई आतंकी घटनाओं के दस्तावेज चोरी

कंप्यूटर में वर्ष 1980 से 1990 के बीच पंजाब पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए सौ से अधिक आतंकवादियों के केस से जुड़े महत्वपूर्ण और गोपनीय डाटा है।

By Edited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 09:57 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 03:51 PM (IST)
पंजाब में 1980 से 1990 के दशक के दौरान कई आतंकी घटनाओं के दस्तावेज चोरी
पंजाब में 1980 से 1990 के दशक के दौरान कई आतंकी घटनाओं के दस्तावेज चोरी

नोएडा, जेएनएन। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील सुधीर कुमार वालिया के कार्यालय में रविवार देर रात चोरी होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। कार्यालय से चोरों ने चार कंप्यूटर समेत पूरा सामान समेट लिया। कंप्यूटर में वर्ष 1980 से 1990 के बीच पंजाब पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए सौ से अधिक आतंकवादियों के केस से जुड़े महत्वपूर्ण और गोपनीय डाटा है। आतंकवादियों से संबंधित एक लाख से अधिक पेज की फाइलें हैं। साथ ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहे बड़े केस का डाटा भी शामिल है।

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वहीं, आतंकवादियों से जुड़ा महत्वपूर्ण डाटा चोरी होने से जिला पुलिस खासी परेशान है। कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर चोरों को पकड़ने में जुट गई है।

सेक्टर 93ए स्थित एटीएस विलेज सोसायटी में रहने वाले सुधीर कुमार वालिया सुप्रीम कोर्ट के ए-श्रेणी के वकील हैं। वह रोटरी क्लब ऑफ नोएडा के अध्यक्ष हैं और पंजाब के एडिशनल एडवोकेट जनरल रह चुके हैं। वर्तमान में वह सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने के साथ पंजाब पुलिस के नियमित वकील भी हैं। उनका सेक्टर 29 स्थित फ्लैट नंबर 855 में कार्यालय है। उन्होंने बताया कि शनिवार को कार्यालय खोला था। सुप्रीम कोर्ट में दीपावली पर छुट्टियां चल रही थी। इसलिए रविवार को कार्यालय बंद करके वह पंजाब चले गए थे। सोमवार सुबह करीब 9 बजे वह कार्यालय पहुंचे, तो दरवाजा खुला मिला।

अंदर जाकर देखा तो चार कंप्यूटर, स्मार्ट टीवी, इन्वर्टर, रेडियो और दीपावली में मिले महंगे गिफ्ट समेत सारा सामान गायब था। सुधीर वालिया ने बताया कि वह पंजाब पुलिस से संबंधित सभी मामले देखते हैं। पाकिस्तान से सटे पंजाब में 1980 से 1990 के दशक के दौरान कई आतंकी घटनाएं हुई थीं। उस दौरान पंजाब पुलिस ने 100 से अधिक आतंकवादियों को एनकाउंटर में मार गिराया था। इन आतंकवादियों के कुछ केस कोर्ट में चल रहे हैं। उनसे जुड़े सारे दस्तावेज कंप्यूटर में थे। यह दस्तावेज काफी गोपनीय और महत्वपूर्ण हैं। हालांकि इन दस्तावेजों को एक पासवर्ड के जरिए सुरक्षित रखा गया है। जिसे आसानी से खोला नहीं जा सकता है।

इसके अलावा पंजाब पुलिस के अन्य कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी कंप्यूटर में हैं। उनका कहना है कि आतंकवादियों से जुड़ी फाइलें जाने से परेशानी हो सकती है। एक लाख से अधिक पेज के महत्वपूर्ण दस्तावेज को दोबारा प्राप्त करना उनके लिए काफी चुनौती पूर्ण है। हालांकि पुलिस ने डाटा को तकनीक की मदद से वापस प्राप्त करने का भरोसा दिया है।

डॉ. अजयपाल शर्मा (एसएसपी, गौतमबुद्धनगर) का कहना है कि सुधीर कुमार वालिया की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। सेक्टर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। कार्यालय से चोरों के फिंगर प्रिंट भी लिए गए हैं। वारदात के पर्दाफाश के लिए पुलिस टीम गठित की गई है। जल्द चोर पुलिस की गिरफ्त में होंगे। 


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