मिंटो ब्रिज में मानसून से पहले जलभराव, जेई और पंप ऑपरेटर को किया जाएगा निलंबित
दिल्ली में मानसून से पहले मिंटो ब्रिज में जलभराव होने से भाजपा सरकार के दावों की पोल खुल गई। पंप समय पर नहीं चले और सूचना तंत्र विफल रहा। लापरवाही के ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली की भाजपा सरकार दावा कर रही थी कि मानसून के दौरान मिंटो ब्रिज में जलभराव नहीं हुआ, लेकिन प्री-मानसून की बारिश में सरकार का यह दावा धुल गया है। बताया जा रहा है कि पंप समय पर नहीं चले और अंडरपास में जलभराव हो गया।
यहां जलभराव की सूचना देने वाला अति संवेदनशील सिस्टम भी फेल हो गया। सूत्रों ने बताया है कि अगर यहां जलभराव हुआ तो जेई और पंप ऑपरेटर को निलंबित किया जाएगा। जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी किए जाएंगे। पर्यवेक्षण में लापरवाही के लिए सहायक अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि उच्च अधिकारियों ने अंडरपास में जलभराव के लिए जिम्मेदार इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है, क्योंकि वे समय पर मौके पर नहीं पहुंचे।
लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने पिछले महीने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि अगर मानसून के दौरान किसी भी चिन्हित स्थान पर जलभराव होता है, तो जिम्मेदार इंजीनियर के खिलाफ निलंबन समेत सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सरकार ने पहले मिंटो ब्रिज अंडरपास को सात महत्वपूर्ण जलभराव वाले स्थानों में से एक के रूप में पहचाना था, जिस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता थी और विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ द्वारा निगरानी की गई थी।
सूत्रों ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए इंजीनियर-इन-चीफ को सभी पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को चेतावनी जारी करने का निर्देश दिया गया है। रात भर हुई भारी बारिश के कारण जलभराव के बारे में पीडब्ल्यूडी को करीब 40 कॉल प्राप्त हुईं।
पीडब्ल्यूडी के अनुसार, ट्रैफिक पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के आधार पर, 2025 तक राजधानी में कुल 445 जलभराव वाले स्थानों की पहचान की गई है। इनमें से 335 स्थान पीडब्ल्यूडी के जिम्मे हैं। वर्मा ने सभी 335 बिंदुओं के लिए सहायक अभियंताओं और कनिष्ठ अभियंताओं को स्थानीय प्रभारी नियुक्त किया है।

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