कमाल हो गया, लगातार दूसरे माह पहली तारीख को एमसीडी में मिला वेतन, कर्मचारियों में खुशी का माहौल
दिल्ली एमसीडी के कर्मचारियों को लगातार दूसरे महीने समय पर वेतन मिला है जिससे वे बेहद खुश हैं। पहले वेतन मिलने में देरी होती थी जिससे आर्थिक समस्याएं होती थीं। निगम अधिकारियों के अनुसार दिल्ली सरकार से समय पर फंड मिलने और राजस्व में वृद्धि होने के कारण यह संभव हो पाया है। भाजपा शासन में यह व्यवस्था बन रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। छह-छह माह तक वेतन न मिलने और बकाये सेवानिवृत्ति के लाभ के लिए हड़ताल होने और निगमों की खराब आर्थिक स्थिति के कारण 2022 में केंद्र सरकार ने तीन निगमों को एकीकृत किया था। इसका सकारात्मक परिणाम अब बड़े स्तर पर दिखने लगा है।
पहली बार एमसीडी में ऐसा हुआ है कि निगम के सभी कर्मचारियों को एक तारीख को वेतन मिला हो। जुलाई और अगस्त की एक तारीख को वेतन आने से कर्मचारी और अधिकारी खुश है। साथ ही इसे स्थायी करने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि वेतन देरी से होने की वजह उनका घर का बजट तक बिगड़ गया था।
इतना ही नहीं बैंक से भी उन्हें घर और कार के लिए लोन तक नहीं मिल रहा था। एमसीडी के कर्मचारी एक तारीख लगातार दूसरे माह वेतन आने पर यह कहते हुए नहीं थक रहे हैं कि कमाल हो गया।
एमसीडी के एक अधिकारी ने बताया कि हमें दिल्ली सरकार से फंड समय से मिलने के साथ ही हमारे अपने स्रोत से भी राजस्व बढ़ रहा है। जिसका परिणाम है कि हम कर्मचारियों और अधिकारियों को समय से वेतन दे पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम तो चाहते हैं कि हम हर माह ऐसा ही करें लेकिन पूर्व में निगम के पास फंड न होने की वजह से ऐसा हुआ था। उन्होंने बताया कि जुलाई व अगस्त माह में समय से वेतन जाए इसके लिए निगम ने पूर्व में तैयारी की थी। जिसके तहत समय से सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का वेतन बनाया गया और समय से बैंक को फंड ट्रांसफर किया गया।
समय से सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बैंक से वेतन जारी हो सके इसकी भी निगरानी की गई। उन्होंने बताया कि एक माह में ए से लेकर डी ग्रुप के सभी कर्मचारियों का वेतन जारी करने पर 810 करोड़ रुपये का खर्च आता है।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों का समय से वेतन के साथ ही कर्मचारियों को ग्रेच्यूटी का भुगतान करने व वेतन आयोग लागू होने के अतिरिक्त लाभ भी जारी किए जा रहे हैं। जून 2023 तक की ग्रेच्यूटी 2024 तक (डीए) भी जारी किया जा रहा है।
आप सरकार ने केवल एक माह में चुनिंदा कर्मचारियों को समय पर वेतन देकर खुद की पीठ थपथपाई थी, लेकिन व्यापक सुधार की दिशा में कोई स्थायी प्रयास नहीं किया गया। भाजपा शासन में अब यह एक व्यवस्था बन रही है। दिल्ली सरकार से समय पर फंड ट्रांसफर और एमसीडी की राजस्व वृद्धि रणनीति का असर अब दिखने लगा है। -सत्या शर्मा, चेयरमैन, स्थायी समिति, एमसीडी
हम लगातार राजस्व वृद्धि के प्रयास कर रहे हैं। कर्मचारियों की समस्या का स्थायी समाधान हो इसके लिए सभी पहलुओं पर कार्य किया जा रहा है। निगमायुक्त और महापौर एक टीम के तौर पर काम कर रहे हैं। इससे कर्मचारियों और अधिकारियों को एक तारीख लगातार दूसरे माह वेतन जारी हो पाया है। - राजा इकबाल सिंह, महापौर, दिल्ली
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