बारिश में डूब गईं राजधानी की सड़कें, ITO विकास मार्ग समेत कई रास्तों पर भीषण जाम; वाहन फंसे तो मचा हाहाकार
दिल्ली-एनसीआर में आज हुई तेज बारिश और आंधी-तूफान ने शहर की कमर तोड़ दी है। कई पेड़ उखड़ गए हैं और भारी जलभराव के कारण कई वाहन खराब हो गए हैं। सड़कों पर जाम लग गया है। मानसून से पहले ही हुई इस बारिश ने एजेंसियों की तैयारी की पोल खोल दी है। क्या दिल्ली सरकार मानसून के लिए तैयार है?

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Delhi Weather Update दिल्ली-एनसीआर में आज हुई तेज बारिश और आंधी-तूफान के चलते कई पेड़ उखड़ गए हैं। वहीं, भारी जलभराव के कारण कई वाहन खराब हो गए, जिससे सड़कों पर जाम लग गया है।
वहीं, नोएडा में सेक्टर-55 में भी सड़कों पर जलभराव हुआ है। इस दौरान सड़कों पर हुए जलभराव के बीच से ही वाहन गुजर रहे हैं। उधर, आईटीओ के समीप विकास मार्ग पर जाम लगा हुआ है। जाम लगने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, दिल्ली के जाम ने गाजियाबाद में ही वाहनों की रफ्तार रोक दी है। यूपी गेट पर नेशनल हाईवे संख्या-9 पर लंबा जाम लगा है। जाम लगने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि मयूर विहार फेस-2 डीटीसी डिपो एनएच-24 हाईवे पर भी जलभराव हुआ है। यहां भी वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। गांव नरसिंहपुर के समीप दिल्ली-जयपुर हाईवे के मुख्य मार्ग पर भी जलभराव हुआ है।
वहीं, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विभागीय अधिकारियों के साथ मजनू का टीला में जलभराव स्थल का निरीक्षण किया।
मानसून से पहले की वर्षा में ही एजेंसियों की तैयारी की खुल गई पोल
दिल्ली में मानसून के दौरान होने वाले जलभराव को लेकर जो आशंका व्यक्त की जा रही थी वह सामने भी आ रही है। मानसून से पहले ही हुई आज की तेज वर्षा ने लोक निर्माण विभाग, दिल्ली नगर निगम सहित उन तमाम एजेंसियों की तैयारी के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं जो यह बात कह रही हैं कि इस बार जलभराव नहीं होगा।
मानसून से पहले ही खुली पोल
मानसून आने में अभी दो माह का समय शेष है, ऐसे में इतने पहले हुई दिल्ली में भी वर्षा से कई जगह भयंकर जलभराव हो गया। नगर निगम के किशनगंज अंडरपास में बस डूब जाने वाली स्थिति वाला पानी भरा तो कई अन्य जगहों पर भी सड़कें लबालब हो गईं।
वहीं, लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने वर्षा के दौरान मिंटो ब्रिज अंडरपास का निरीक्षण किया। उन्होंने दावा किया कि चारों ही पंप चल रहे थे और ऑपरेटर भी अलर्ट थे। हालांकि, यहां पर एक पाइप फट जाने से व्यवस्था सामने आई है, वहीं सीवर के मेनहाल से पानी भी निकल कर अंडरपास में तेजी से पहुंच रहा था, जिसे पंप से निकाला गया।
सात से अधिक ऐसे अति संवेदनशील प्वाइंट
बता दें कि दिल्ली में सात से अधिक ऐसे अति संवेदनशील प्वाइंट हैं, जहां पर हर साल जलभराव होता है, रास्ता रुक जाता है। पुल प्रहलादपुर में तो नाव तक चलानी पड़ती है, बसें डूब चुकी हैं, यहां डूबने से लोगों की मौत तक हो चुकी है। मिंटो ब्रिज के नीचे भी पिछले सालों में बसें डूब चुकी हैं। डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
वहीं, रिंग रोड पर डब्ल्यूएचओ बिल्डिंग के सामने जलभराव से राजघाट से आश्रम की ओर आने-जाने वाली दोनों लेन पर भयंकर जाम लगता है। पिछले साल आईटीओ विकास मार्ग पर भी भयंकर जलभराव हो चुका है। हालांकि, इसका कारण यमुना से दिल्ली में पानी आ जाना भी था।
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इसी तरह लोनी रोड गोल चक्कर, जखीरा अंडरपास, आजादपुर अंडरपास, साकेत मेट्रो स्टेशन, आश्रम फ्लाईओवर के नीचे वाला भाग ऐसे स्थान हैं। जहां पर जलभराव हर साल होता रहा है। ऐसे में अब सवाल यही उठ रहा है कि इस वर्षा में भी इस तरीके से दिल्ली में जलभराव हुआ है तो मानसून के दौरान क्या स्थिति रह सकती है?
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