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    शिक्षा पर बजट खर्च करने में दिल्ली सरकार सबसे आगे : सिसोदिया

    By Pradeep ChauhanEdited By:
    Updated: Sat, 26 Mar 2022 10:38 AM (IST)

    दिल्ली सरकार अपने बजट का सबसे ज्यादा शिक्षा पर खर्च कर रही है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर ...और पढ़ें

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    केजरीवाल सरकार शिक्षा पर बजट का सबसे अधिक हिस्सा खर्च कर रही है।

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 की रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा पर बजट खर्च करने में दिल्ली अव्वल है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी राज्यों के बजट का विश्लेषण किया। इसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली सरकार अपने बजट का सबसे अधिक हिस्सा शिक्षा क्षेत्र पर व्यय कर रही है।

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    2021-22 में दिल्ली ने कुल बजट का 22.8 शिक्षा पर व्यय किया। दिल्ली के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर क्रमश: असम और छत्तीसगढ़ राज्य रहे। वहां बजट का 18.6 प्रतिशत और 18.1 प्रतिशत व्यय किया गया। 2021-22 में राष्ट्रीय औसत 13.9 प्रतिशत था। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 1231 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल हैं, जो दिल्ली में चल रहे कुल स्कूलों का 21.73 प्रतिशत है। 2020-21 के दौरान सभी स्कूलों में कुल दाखिलों में सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में नामांकन की हिस्सेदारी 39.36 प्रतिशत रही।

    वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को विधानसभा में दिल्ली के आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 की रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े दिल्ली की आर्थिक तस्वीर बयां करते हैं। सर्वे के मुताबिक दिल्ली में वित्त वर्ष 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय सालाना आधार पर 16.81 प्रतिशत बढ़कर चार लाख एक हजार 982 रुपये हो गई है। वित्त वर्ष 2020-21 में यह आय तीन लाख 44 हजार 136 रुपये थी। यह राष्ट्रीय औसत से तीन गुना अधिक है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक प्रति व्यक्ति आय के मामले में गोवा और सिक्किम के बाद तीसरे स्थान पर दिल्ली है।

    वित्त वर्ष 2021-22 में दिल्ली का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) सालाना आधार पर 17.65 प्रतिशत बढ़कर नौ लाख 23 हजार 967 करोड़ रुपये हुआ है। वर्ष 2016-17 में यह छह लाख 16 हजार 85 करोड़ रुपये था। दिल्ली ने 2021-22 में 1,450 करोड़ रुपये का राजस्व अधिशेष दर्ज किया है जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 0.04 प्रतिशत कम है। वर्ष 2020-21 में दिल्ली का सकल राज्य राजस्व अधिशेष (जीएसडीपी) का 0.18 प्रतिशत था, जो 2021-22 में 0.14 प्रतिशत रहा।

    दिल्ली बना प्रमुख पर्यटक स्थल : आर्थिक सर्वेक्षण यह भी बताता है कि दिल्ली विदेशी और घरेलू दोनों ही तरह के पर्यटकों के लिए देश के प्रमुख आगमन स्थलों में से एक है। इंडिया टूरिज्म स्टेटिस्टिक्स एट ए ग्लांस-2021 के अनुसार वर्ष 2020 के दौरान विदेशी पर्यटकों के आगमन के साथ दिल्ली चौथे स्थान पर रही। यहां आए पर्यटकों की संख्या देश में आए कुल पर्यटकों की संख्या की 9.50 प्रतिशत दर्ज हुई।