Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने पहुंचीं CM रेखा गुप्ता, भगवान से मांगी काम करने की शक्ति
महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2025) के पर्व पर बुधवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता चांदनी चौक स्थित श्री गौरी शंकर मंदिर में पहुंचीं और उन्होंने रुद्राभि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। महाशिवरात्रि के अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने चांदनी चौक स्थित श्री गौरी शंकर मंदिर में रुद्राभिषेक किया। इस दौरान सांसद प्रवीण खंडेलवाल, दिल्ली भाजपा नेता प्रवीण शंकर कपूर, भूपेंद्र गोठवाल और सतीश जैन आदि मौजूद रहे।
वहीं, मंदिर समिति की ओर से सुभाष गोयल और बलराम गर्ग व अनेक पुजारियों ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (CM Rekha Gupta) को आशीर्वाद दिया और उनका अभिनंदन किया।

(मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने चांदनी चौक स्थित श्री गौरी शंकर मंदिर में रुद्राभिषेक किया। फोटो - जागरण)
बताया गया कि इस दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्राचीन मंदिर की आगंतुक पुस्तिका में हर-हर महादेव लिखा। वहीं, रुद्राभिषेक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैंने भगवान शिव से समस्त मानव जाति की भलाई के लिए प्रार्थना की और दिल्ली को विकसित दिल्ली बनाने और काम करने की शक्ति मांगी। उन्होंने सभी को शिवरात्रि पर्व की बधाई दी।
हर-हर भोले के जयकारों से गूंजते रहे शिवालय
महाशिवरात्रि पर हर-हर भोले के जयकारों से शिवालय गूंजते रहे। पुरानी दिल्ली में रात्रि दो बजे से ही शिवालयों में जयकारों के साथ पूजा अर्चना शुरू हो गई, जो बुधवार देर रात्रि तक चलती रही। चांदनी चौक स्थित ऐतिहासिक गौरी शंकर मंदिर में महाशिवरात्रि पर एक लाख से अधिक लोगों ने भगवान शिव का दर्शन पूजन किया।
यहां शिव की आराधना करने वालों में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता तथा चांदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल भी शामिल रहे। जबकि, कनाट प्लेस स्थित प्राचीन शिव मंदिर में नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज ने भोले का जलाभिषेक किया।
महाशिवरात्रि पर भक्तों की मौजूदगी को देखते हुए शिवालयों को विशेष तौर पर फूलों, पत्तों तथा लड़ियों से सजाया गया था। साथ ही सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। बैरिकेडि्ंग व रस्सियों से कतारें बनाई गई थी। गौरी शंकर मंदिर के साथ ही चांदनी चौक स्थित वनखंडी मंदिर व झंडेवाला मंदिर समेत सभी शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा।
चांदनी चौक में तो दिनभर ड़ेढ से दो किमी से अधिक की लाइनें लगी रही। लोग घंटों इंतजार में भोले के जयकारों के साथ दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। इसमें सभी आयु वर्ग के लोग शामिल थे। जो उत्साह व भक्तिभाव से आगे बढ़े जा रहे थे।
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वहीं, मंदिरों के आस-पास, दूध, धतुर, बेलपत्र, बेर व फूल माला बेचने वालों की दुकानें लगी है। इसी तरह, घरों और मंदिरों में रुद्राभिषेक व महामृत्युंजय जैसे विशेष अनुष्ठान हुए तथा लोगों ने व्रत रखा। इसके पूर्व काफी ऐसे लोग जो कुंभ स्नान को प्रयागराज नहीं जा पाए, उन्होंने कुंभ गए परिचित लोगों से संगम के पवित्र जल का अंश से स्नान कर सुखमय जीवन की कामना की।

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