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    Delhi Crime: मिनटों में चोरी करते थे लग्जरी कारें, पुलिस ने 3 शातिर चोरों को दबोचा

    Updated: Sun, 29 Jun 2025 12:12 PM (IST)

    रोहिणी एएटीएस टीम ने लग्जरी कारें चुराने वाले तीन शातिर चोरों को पकड़ा है। वे जीपीएस ब्लॉक करने के लिए जैमर का इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने क्रेटा सियाज थार और किआ सेल्टोस समेत कई गाड़ियां बरामद की हैं। चोर पिछली खिड़की तोड़कर औजारों से नई चाबी बनाकर कारें चुराते थे और जीपीएस ब्लॉक करने के लिए जैमर का इस्तेमाल करते थे।

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    रोहिणी एएटीएस ने वाहन चोरों से बरामद किए सामान। सौजन्य- दिल्ली पुलिस

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। लग्जरी कारों की चोरी करने वाले तीन शातिर चोरों को रोहिणी जिला एएटीएस की टीम ने पकड़ा है। कार में लगे जीपीएस को ब्लाक करने के लिए आरोपित सिग्नल जैमर का इस्तेमाल करते थे।

    इनके पास से आरोपित से तीन क्रेटा, एक सियाज, एक थार, एक किआ सेल्टोस, अपराध में इस्तेमाल एक आई-10 कार समेत सात खाली आटोमैटिक कार की चाबियां,जीपीएस ब्लाक करने के लिए सिग्नल जैमर,⁠ चार ड्राइवर साइड विंडो मिरर समेत अन्य सामान हुए बरामद किए गए हैं।

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    रोहिणी जिला अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप गुप्ता ने बताया कि रोहिणी जिले में एक लग्जरी कार चोरों के गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। रोहिणी जिला एएटीएस को एक गिरोह के तीन सदस्यों की आवाजाही के बारे में सूचना मिली। जो विजय विहार में आने वाले थे।

    कहां से चुराई थी कारें?

    टीम ने विजय विहार में जाल बिछाकर तीन वाहन चोर को पकड़ लिया। आरोपितों की पहचान सुनील उर्फ राम, वीरेंद्र और गणेश सिंह बिष्ट उर्फ वीर के रूप में हुई। इनके कब्जे से हुंडई क्रेटा कार थाना प्रशांत विहार क्षेत्र से चोरी की हुई मिली।

    तलाशी के दौरान आरोपित की कार से सिग्नल जैमर, चार ड्राइवर साइड विंडो मिरर और 07 खाली चाबियां भी बरामद हुईं। लगातार पूछताछ करने पर आरोपितों ने खुलासा किया कि वे लग्जरी कारों को चुराते थे। उनकी निशानदेही पर दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से चुराई गई पांच और चोरी की लग्जरी कारें भी बरामद की गईं।

    सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। सभी आरोपित अपने साथियों के साथ चोरी की गई कार में कार चोरी करने आते थे। वे कार खोलने के लिए पिछली खिड़की के पीछे का शीशा तोड़ते थे और उसके बाद अपने पास मौजूद औजार और खाली आटोमैटिक कार की चाबियों की मदद से वे टारगेट कार के लिए नई चाबी तैयार करते थे।

    चोरी में जीपीएस को ब्लाक करने के लिए सिग्नल जैमर का इस्तेमाल करते थे। उन्हें चाबी तैयार करने के लिए एक कोड की भी जरूरत होती थी, जिसे वे अपने किसी साथी से लेते थे। पुलिस अब इनसे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।