लंग्स ट्रांसप्लांट से 65 वर्षीय महिला को मिली नई जिंदगी, करीब 7 घंटे तक चली सर्जरी
दक्षिणी दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में एक 65 वर्षीय महिला को फेफड़े का प्रत्यारोपण करके नई जिंदगी दी गई। वह इंटरस्टिशियल लंग डिजीज से पीड़ित थीं और ऑक्सीजन पर निर्भर थीं। फोर्टिस अस्पताल नोएडा में एक डोनर मिलने के बाद डॉक्टरों ने तुरंत सर्जरी की जो सफल रही। अब महिला स्वस्थ है।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में फेफड़ों की गंभीर बीमारी से पीड़ित 65 वर्षीय महिला को फेफड़े प्रत्यारोपण से नई जिंदगी दी गई। महिला एक दुर्लभ आटोइम्यून स्थिति स्क्लेरोडर्मा के कारण होने वाली इंटरस्टिशियल लंग डिजीज (आइएलडी) से पीड़ित थी।
इसके चलते पिछले करीब एक साल से मरीज आक्सीजन पर निर्भर थी। अस्पताल में फेफड़ों का प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक कर उसे जीवनदान दिया गया।
मरीज को 14 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसे प्रति मिनट चार से पांच लीटर की ऑक्सीजन सहायता की जरूरत पड़ रही थी।
बताया गया कि डा. अवधेश बंसल, सीनियर कंसल्टेंट, रेस्पिरेटरी मेडिसिन और डा. मुकेश गोयल, सीनियर कंसल्टेंट, कार्डियोथोरेसिक ने मरीज की जांच कर फेफड़ा प्रत्यारोपण का सुझाव दिया। 15 मई को, फोर्टिस अस्पताल, नोएडा में एक ब्रेन-डेड मरीज डोनर की जानकारी मिली और देर रात फेफड़ों को निकाल प्रत्यारोपण सर्जरी शुरू की गई।
करीब सात घंटे तक चली सर्जरी के दौरान मरीज तो ईसीएमओ सपोर्ट पर रखा गया, जिससे आपरेशन के दौरान आक्सीजन और रक्त संचार बना रहे। प्रत्यारोपण के बाद, उसे वेंटिलेटरी सहायता दी गई।
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