JNU में अभी भी बना हुआ है तेंदुए का डर, वन विभाग कर रही तलाश; कैमरे में नहीं दिखा खूंखार जानवर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में तेंदुआ देखे जाने की खबर के बाद वन विभाग अभी तक तेंदुए को ढूंढ नहीं पाया है। विभाग ने कैमरे और पिंजरे लगाए हैं लेकिन तेंदुए का कोई निशान नहीं मिला है केवल नीलगाय की तस्वीरें कैद हुई हैं। छात्रों में दहशत है वन विभाग निगरानी जारी रखेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में तेंदुआ देखे जाने की सूचना के बाद मचे हड़कंप के तीन दिन बीत जाने के बावजूद वन विभाग को अभी तक तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिला है। विभाग ने परिसर में चार कैमरा ट्रैप और एक पिंजरा लगाया है, लेकिन अब तक कैमरों में तेंदुए की कोई तस्वीर रिकार्ड नहीं हुई है।
वन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, “कैमरों में अब तक नीलगाय की तस्वीर जरूर कैद हुई है, लेकिन तेंदुए के कोई निशान नहीं मिले हैं। पिंजरा भी खाली है। हम एक सप्ताह तक लगातार निगरानी जारी रखेंगे।” सतर्कता के तौर पर दो कैमरे गोदावरी हास्टल के पास और दो कैमरे अरावली गेस्ट हाउस के आसपास लगाए गए हैं। साथ ही वन विभाग की टीम परिसर में चौबीसों घंटे तैनात है।
बीते शुक्रवार देर रात कावेरी हास्टल के एक छात्र ने अरावली गेस्ट हाउस के पास तेंदुआ देखने का दावा किया था। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत सुरक्षा दिशानिर्देश जारी किए और छात्रों से सतर्क रहने की अपील की। स्थानीय लोगों और छात्रों में अब भी हल्की दहशत बनी हुई है, हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि तेंदुआ अगर परिसर में होता तो अब तक कैमरों में नजर आ चुका होता। वन विभाग फिलहाल तेंदुए की मौजूदगी को लेकर पुख्ता सुबूत मिलने तक निगरानी जारी रखने के पक्ष में है।
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