नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में कानून की एक छात्रा के साथ एक चिकित्सक ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है। पीड़िता का आरोप है कि चिकित्सक ने नाम बदलकर उससे दोस्ती की थी। उसने खुद को सफदरजंग अस्पताल का चिकित्सक बताया था। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपित डा. खालिफ के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खुद को सफदरजंग अस्पताल में बताया चिकित्सक
28 वर्षीय पीड़िता असम की रहने वाली है और करोलबाग में रहकर कानून की पढ़ाई व भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रही हैं। पीड़िता ने लाजपत नगर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 16 दिसंबर को वह लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट गई थीं। वहां उन्हें एक शख्स मिला, जिसने अपना नाम अमर भट्ट बताया और कहा कि वह सफदरजंग अस्पताल में चिकित्सक है और मोतीनगर स्थित डीसीडीसी डायग्नोस्टिक सेंटर में भी काम करता है। दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई। इसके बाद दोनों बर्गर खाने चले गए।
कोल्ड काफी में मिला दिया नशीला पदार्थ
आरोप है कि इसी दौरान आरोपित ने कोल्ड काफी में कुछ नशीला पदार्थ मिला दिया, जिससे वह बेसुध होने लगी। इसका फायदा उठा आरोपित उन्हें एक होटल में ले जाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पीड़िता को शादी करने का झांसा दिया और शिकायत न करने को कहा। वारदात के बाद पीड़िता असम स्थित घर चली गई और पांच जनवरी को दिल्ली लौटी। इसके बाद उसने आरोपित से मिलने और फोन पर बात करने की कोशिश की तो जवाब नहीं मिला।
अस्पताल पहुंची, तो खुला सच
इसके बाद पीड़िता ने उसके बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। उसे आरोपित के मोतीनगर स्थित डीसीडीसी डायग्नोस्टिक सेंटर के एक कर्मचारी से पता चला कि उसका नाम अमर भट्ट नहीं, डा. खालिफ है। आरोपित का दूसरा मोबाइल नंबर लेकर पीड़िता ने उससे संपर्क किया, तो उसने उन्हें लोधी गार्डन बुलाकर पीड़िता के मोबाइल से अपना नंबर और सारी फोटो डिलीट कर दी। साथ ही दोबारा संपर्क करने या उसके बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश करने पर हत्या की धमकी दी।
पुलिस ने करा दिया था समझौता
लगातार धमकी मिलने और मारपीट से परेशान पीड़िता ने आरोपित डा. खालिफ के खिलाफ 21 जनवरी को लाजपत नगर थाने में शिकायत दी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित को थाने बुलाया और आरोपित के दोस्त की मौजूदगी में दोनों का समझौता करा दिया।
आरोपित खालिफ ने पुलिस के सामने लिखकर दिया कि वह पीड़िता के साथ लिव इन में रहेगा और कोर्ट मैरिज की सारी प्रक्रिया शुरू कर देगा। इसके बाद 24 जनवरी को आरोपित खालिफ फरार हो गया। पीड़िता दोबारा थाने गई और उच्च अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद 26 जनवरी को पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू की गई। फिलहाल मामले में आरोपित चिकित्सक फरार बताया जा रहा है।