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Singhu Border Murder Case: लखबीर सिंह के परिजनों ने एससी आयोग के चेयरमैन से की मुलाकात, सुनाई पीड़ा

सिंघु बार्डर पर निहंग सिखों द्वारा मारे गए लखबीर सिंह के पीड़ित परिवार ने सोमवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला से लोकनायक भवन स्थित कार्यालय में मुलाकात की। सभी सदस्यों ने हत्याकांड के बाद अपनी चिंताओं और दर्द को आयोग के समक्ष रखा।

By Mangal YadavEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 08:35 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 08:35 PM (IST)
Singhu Border Murder Case: लखबीर सिंह के परिजनों ने एससी आयोग के चेयरमैन से की मुलाकात, सुनाई पीड़ा
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला से मुलाकात के दौरान लखबीर सिंह के परिजन

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सिंघु बार्डर पर निहंग सिखों द्वारा मारे गए लखबीर सिंह के पीड़ित परिवार ने सोमवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला से लोकनायक भवन स्थित कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान मृतक लखबीर सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर, बहन राज कौर व तीनों बेटियां तानिया, संदीप और कुलदीप सहित परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। सभी सदस्यों ने हत्याकांड के बाद अपनी चिंताओं और दर्द को आयोग के समक्ष रखा। लखबीर की पत्नी जसप्रीत कौर ने सांपला को बताया कि परिवार के इकलौते कमाने वाले शख्स के चले जाने से परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया है। उन्हें अब तक आर्थिक, कानूनी या कोई अन्य सहायता भी नहीं दी गई है।

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सांपला ने पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। साथ ही परिवार पर लगाए गए गलत आरोपों को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही। उन्होंने बहुत जल्द पीड़ित परिवार के गांव और घर का दौरा करने का भी आश्वासन दिया। इस दौरान परिवार के साथ सामाजिक संस्था नेशनल शेड्यूल कास्ट्स अलायंस (एनएससीए) के अध्यक्ष परमजीत कैंथ भी मौजूद रहे।

कैंथ ने बताया कि मृतक लखबीर सिंह के परिवार को इसलिए दिल्ली लाया गया है ताकि मामला आयोग के संज्ञान में लाकर पीड़ित परिवार की मदद कराई जा सके। कैथ ने कहा कि लखबीर की न सिर्फ हत्या की गई बल्कि अंतिम संस्कार के दौरान अंतिम संस्कार प्रार्थना भी नहीं करने दी गई। लखबीर के शव को डीजल डाल कर प्लास्टिक की थैली में ही जला दिया गया। इस अमानवीय अपराध के आरोपित कड़ी से कड़ी सजा के हकदार हैं। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा व तीन बच्चियों की शिक्षा का प्रबंध करने और पंजाब सरकार से पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।

गांव में मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था लखबीर

लखबीर की पत्नी जसप्रीत कौर ने बताया कि लखबीर नौवीं तक ही पढ़ा था। गांव चीमा कलां में रहकर मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था। वह सिंघु बार्डर कैसे पहुंचा इसका उन्हें अभी तक कुछ पता नहीं चला है। लखबीर के ससुर बलदेव सिंह ने बताया कि निहंगों द्वारा गुरूग्रंथ साहिब की बेअदबी का आरोप लगाकर लखबीर की हत्या की गई है। इस घटना के बाद हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है। लोग हमारे परिवार के साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे हमने कोई जघन्य अपराध किया हो। लखबीर के साले सुखचैन सिंह ने बताया कि टीवी चैनल पर पड़ोस के गांव के लोगों ने लखबीर की हत्या का वीडियो देखकर बताया तब उन्हें जानकारी मिली।


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