Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Janmashtami 2022: कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर ना हो कन्फ्यूज, जानिए 18 और 19 अगस्त में किस दिन लगाएं लडडू गोपाल को भोग

    By Pradeep Kumar ChauhanEdited By:
    Updated: Wed, 17 Aug 2022 02:42 PM (IST)

    Janmashtami 2022जन्माष्टमी को लेकर मंदिरों से लेकर घरों तक में तैयारी तेज कर दी गई हैं। कोरोना महामारी के आने के करीब दो वर्ष बाद भक्तों के लिए जन्माष्टमी पर मंदिरों के पट खोले जाएंगे। बिरला मंदिर इस्कान मंदिर सहित अन्य मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है।

    Hero Image
    Janmashtami 2022: मंदिरों में भी कृष्ण जन्माष्टमी लेकर तैयारियां चल रही हैं।

    नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Janmashtami 2022: दिल्ली-एनसीआर में दो दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया था। अब कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भी भ्रम की स्थिति है। कृष्ण जन्माष्टमी 18 अगस्त को है या 19 अगस्त को इसको लेकर लोग कन्फ्यूज है। हालांकि ज्यादातर सोसायटी व मंदिरों में 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। वहीं, इंदिरापुरम शक्तिखंड-3 शिवमंदिर के पंडित कुलदीप शर्मा ने बताया कि इस साल 19 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ज्यादातर मंदिरों इसी दिन जन्माष्टमी मनाने का निर्णय लिया गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस साल जन्माष्टमी पर दो शुभ योग का संयोग भी बन रहा है। हालांकि पंडितों का कहना है कि गृहस्थ 18 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे जबकि वैष्णव 19 अगस्त को त्योहार मना सकते हैं। 

    जन्माष्टमी को लेेेकर घर से मंदिर तक सजावट शुरू 

    जन्माष्टमी को लेकर मंदिरों से लेकर घरों तक में तैयारी तेज कर दी गई हैं। कोरोना महामारी के आने के करीब दो वर्ष बाद भक्तों के लिए जन्माष्टमी पर मंदिरों के पट खोले जाएंगे। बिरला मंदिर, इस्कान मंदिर सहित अन्य मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। बृहस्पतिवार को थोक बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया है।कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लोगों में उत्साह है और  एनसीआर के मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं।  दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद के प्रमुख मंदिरों में भी कृष्ण जन्माष्टमी लेकर तैयारियां चल रही हैं। 

    जन्माष्टमी के दिन ठाकुरजी का दूध, फल, मिष्ठान से अभिषेक किया जाएगा। शालीमार गार्डन, सीमापुरी बार्डर के कई मंदिरों में जन्माष्टमी को काफी चहल पहल है। वहीं, मोहन नगर के मां दुर्गा शक्ति मंदिर में एक दिवसीय मेले का आयोजन किया जाएगा।

    यहां हजारों लोगों ने मंदिर प्रांगण में लगी राधा कृष्ण की आकर्षक झांकियों का आनंद लेंगे। शालीमार गार्डन के मां जगदम्बा मंदिर में राधा-कृष्ण के प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे। कान्हा के रूप में सुंदर वस्त्रों से सुज्जित होकर एक से एक कार्यक्रम की रोचक प्रस्तुति देंगे और कई जगह पर मटकी फोड और माखन चोरी जैसे कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा बांसुरी हाथ में लेकर राधा-कृष्ण और गोपियों की लीलाओं पर रोचक नृत्य किया जाएगा।