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    जानिए कौन था 70 से अधिक मुकदमों में वांछित कुलदीप उर्फ फज्जा, मात्र तीन दिन रह पाया फरार

    By Vinay Kumar TiwariEdited By:
    Updated: Sun, 28 Mar 2021 09:17 AM (IST)

    दिल्ली पुलिस की पकड़ से इनामी बदमाश कुलदीप उर्फ फज्जा को उसके साथी छुड़ाकर ले जाने में कामयाब हो गए थे। इसके बाद ही पुलिस की टीमें उसे पकड़ने के लिए लग गई थीं। आखिर में पुलिस ने उसे रोहिणी में एनकाउंटर में मार गिराया।

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    कुलदीप दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएससी की पढ़ाई कर चुका है।

    नई दिल्ली, विनय तिवारी। दिल्ली पुलिस की पकड़ से इनामी बदमाश कुलदीप उर्फ फज्जा को उसके साथी छुड़ाकर ले जाने में कामयाब तो हो गए थे मगर वो मात्र तीन दिन ही फरारी काट सका। इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ था। कुलदीप पर दिल्ली एनसीआर में 70 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। दिल्ली से कुलदीप का पुराना नाता था। बाहरी दिल्ली के इलाके में उसके साथ नई उम्र के काफी लड़के जुड़े हुए थे। जब भी किसी मामले में लड़कों को ले जाना होता था तो यहां लाइन लग जाती थी। एक फोन काल पर तमाम उम्र के लड़के खड़े नजर आते थे।

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    पुलिस की मानें तो यह गैंग दिल्ली के कई गैंगवार में शामिल रहा था। मोस्टवांटेड गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी के साथ पकड़े गए बदमाशों के नाम कुलदीप मान उर्फ फज्जा, रोहित उर्फ मोई और कपिल उर्फ गौरव शामिल थे। कुलदीप मान पर भी पुलिस ने 2 लाख का इनाम रखा था। कुलदीप दिल्ली यूूनिर्वसिटी से ही पढ़ा लिखा था। ऐसा नहीं है कि कुलदीप शुरू से ही अपराधी प्रवृत्ति का था। मगर संगत की वजह से वो अपराध की दुनिया में पहुंच गया। एक के बाद उसने अपराधों की लिस्ट लंबी कर दी।

    दिल्ली पुलिस की मानें तो बदमाश कुलदीप दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएससी की पढ़ाई कर चुका था। कॉलेज के दिनों में ही वह कुख्यात बदमाश जोगेंद्र के संपर्क में था और फिर धीरे-धीरे वह गैंग का अहम सदस्य बन गया था। इधर पढ़ाई खत्म होती गई उधर कुलदीप अपराध की सीढ़ियां चढ़ने लगा। कुलदीप कुख्यात बदमाश जोगेंद्र के साथ अपराध की घटनाएं अंजाम देने लगा। वह विरोधी गिरोह के कई बदमाशों पर अब तक जानलेवा हमला कर चुका था।

    कुलदीप ने साल 2013 में सुनील मान नामक एक व्यक्ति को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था। इसके अलावा 2014 में उसने अलीपुर इलाके में विरोधी गिरोह के सदस्य विकास पर भी गोली चला दी थी। कुलदीप ने जनवरी, 2015 में बवाना के एक कारोबारी से आई-20 कार लूटी थी। फिर 21 जनवरी को आजादपुर सब्जी मंडी के पास विरोधी गिरोह के सदस्य दीपक उर्फ राजू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोप है कि कुलदीप, जोगिंदर व उनके साथी जरनैल ने इस वारदात को अंजाम दिया था।

    इससे पहले वर्ष 2015 में हत्या एक मामले में फरार चल रहे 75 हजार के इनामी बदमाश कुलदीप उर्फ फज्जा को अलीपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कुख्यात गैंगस्टर जोगिंद्र उर्फ गोगी का शार्पशूटर कुलदीप ने आजादपुर मंडी के पास एंटी गिरोह के एक सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी में वह गिरफ्तार हुआ था।