दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता टहलाने वाले IAS दंपती फिर चर्चा में, अब मेनका गांधी ने मारी एंट्री; जानिये पूरा मामला
IAS Sanjeev Khirwar / Thyagraj Stadium Controversy उत्तर प्रदेश की सुलतानपुर सीट से लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने संजीव खिरवार और रिंकू खिरवार के ट्रांसफर पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने तरीके पर भी सवाल उठाए हैं।
नई दिल्ली/बदायूं, जागरण टीम। दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाले आइएएस दंपती संजीव खिरवार और रिंकू खिरवार एक बार फिर चर्चा में है। पूरा मामला सामने आने के बाद संजीव खिरवार को लद्दाख तो पत्नी रिंकू खिरवार को अरुणाचल प्रदेश ट्रांसफर हो गया है, लेकिन अब इन दोनों के ट्रांसफर पर सुल्तानपुर की भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी (BJP MP and former Union Minister Maneka Gandhi) ने नाराजगी जताई है। कुलमिलाकर दक्षिण दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाले दंपती संजीव खिरवार और रिंकू खिरवारी के ट्रांसफर को गैरवाजिब बताया है।
यह क्या तरीका कि कहीं भी फेंक दिया : मेनका गांधी
इस पूरे मामले पर मेनका गांधी ने ताजा प्रतिक्रिया में शनिवार को कहा कि यह क्या तरीका हुआ कि किसी को कहीं भी फेंक दिया? संजीव खिरवार को मैं अच्छी तरह से जानती हूं। उन्हें गलत तरीके से दिल्ली से हटाया गया। शनिवार को दातागंज पहुंचीं मेनका गांधी से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि संजीव खिरवार पर लगे आरोप झूठे हैं। इस तरह ट्रांसफर किया जाना सही नहीं है, इससे दिल्ली का नुकसान हुआ है।
शिकायत पर संजीव खिरवार के खिलाफ केंद्र सरकार ने की थी कार्रवाई, पत्नी का भी किया ट्रांसफर
बता दें कि आइएएस दंपती द्वारा त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता टहलाने का मामला सामने आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया। मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को त्वरित कार्रवाई करते हुए आइएएस दंपती संजीव खिरवार का तबादला लद्दाख, जबकि उनकी रिंकू खिरवार को अरुणाचल प्रदेश भेज दिया है। दोनों एजीएमयूटी कैडर के 1994 बैच के आइएएस हैं।
अब 10 बजे तक खुल रहे दिल्ली सरकार के अधीन स्टेडियम
वहीं, दूसरी तरफ इस मामले को लेकर दिल्ली सरकार ने भी सख्त रुख अपनाया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी स्टेडियम को रात दस बजे तक खोलने का आदेश जारी कर दिया। अभी स्टेडियम शाम को छह या सात बजे तक बंद हो जाते थे, लेकिन अब 10 बजे तक स्टेडियम खुल रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार खिरवार और उनकी पत्नी द्वारा त्यागराज स्टेडियम में सुविधाओं के दुरुपयोग के संबंध में प्रकाशित समाचार पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद मुख्य सचिव ने बृहस्पतिवार की शाम को तथ्यात्मक स्थिति पर एक रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद मंत्रालय को उनके तबादले का आदेश देना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की गई।
संजीव खिरवार इससे पहले दिल्ली में प्रधान सचिव (राजस्व) के पद पर तैनात थे। आरोप लगाया गया था कि त्यागराज स्टेडियम को खेल गतिविधियों के लिए निर्धारित सामान्य समय से पहले बंद किया जा रहा था, ताकि खिरवार अपने कुत्ते को स्टेडियम में ले जा सकें।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि खेल सुविधाओं को जल्दी बंद किए जाने से खिलाडि़यों को असुविधा हो रही थी, इसलिए दिल्ली सरकार के सभी स्टेडियम रात 10 बजे तक खिलाडि़यों के लिए खोलने का मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार खेल और खिलाडि़यों दोनों को गंभीरता से ले रही है। दिल्ली सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली खेल विश्वविद्यालय स्थापित कर चुकी है। सरकार का मानना है कि दिल्ली और देश में खेलों को लेकर बहुत संभावनाएं हैं।
दिल्ली खेल विश्वविद्यालय में सरकार देशभर के खिलाडि़यों को अभ्यास करने का मौका दे रही है, ताकि वे देश के लिए पदक लाने के लिए यहां तैयारी कर सकें। खिलाड़ी व कोच कर रहे थे शिकायत मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली सरकार द्वारा राजधानी में संचालित किए जाने वाले त्यागराज स्टेडियम में एथलीट और उनके कोच शिकायत कर रहे थे।
उनका आरोप था कि आइएएस संजीव खिरवार अपने पालतू कुत्ते को टहलाने के लिए स्टेडियम आते हैं, इसलिए सात बजे से पहले ही स्टेडियम खाली करा लिया जाता है। इससे खिलाडि़यों के नियमित प्रशिक्षण प्रभावित हो रहा है। इसकी वजह से कई एथलीट तीन किमी दूर स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में अपना ट्रांसफर करवा चुके हैं।
वहीं, इस रिपोर्ट में आइएएस खिरवार ने आरोपों को निराधार बताया था। उन्होंने कहा था कि वह किसी खिलाड़ी को स्टेडियम छोड़ने के लिए कभी नहीं कहेंगे। स्टेडियम बंद होने के बाद वह जाते हैं। इस दौरान जब कोई आसपास नहीं होता है तो कुत्ते को वहां छोड़ देते हैं, लेकिन किसी एथलीट की कीमत पर ऐसा कतई नहीं करते।
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