जानिए राकेश टिकैत को किस बयान के बाद देनी पड़ी सफाई, बोले मेरा वो मतलब नहीं था
बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि मैंने उस दिन कुछ कहा था जिसका गलत अर्थ निकाला गया था। मेरा वास्तव में मतलब था कि केंद्र का अगला लक्ष्य मीडिया घराने हैं। हमने मीडिया के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा।

नई दिल्ली, विनय तिवारी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और नेता राकेश टिकैत ने मीडिया हाउस को लेकर दिए गए बयान पर बृहस्पतिवार को सफाई दी। उन्होंने अपने बयान में कहा कि उन्होंने मीडिया हाउसों को लेकर कोई भी गलत बयान नहीं दिया है बल्कि कुछ मीडिया हाउसों ने उनके बयान को ही गलत तरीके से दिखाया और फैलाया है। उन्होंने कहा कि यदि उनके द्वारा दिए गए पूरे बयान को देखा जाए तो चीजें साफ हो जाती है मगर कुछ मीडिया हाउसों ने पूरे बयान को न दिखाकर बल्कि उसके कुछ अंश ही दिखाए जिसकी वजह से ये भ्रम पैदा हुआ है। उनके बयान का इस्तेमाल करके मीडिया के साथ उनके संबंधों को भी खराब किया जा रहा है जबकि उन्होंने किसी मीडिया हाउस को लेकर ऐसा कुछ भी नहीं कहा है।
#WATCH दिल्ली की सरकार (केंद्र सरकार) ने कानून बनाकर आधा देश बेच दिया, मध्य प्रदेश की मंडियां बेच दीं। छत्तीसगढ़ भी अछूता नहीं रहेगा। सबलोग साथ दो। अगला टारगेट मीडिया हाउस है। आपको बचना है तो साथ दो नहीं तो आप भी गए: रायपुर में किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/7JeCHvSJkU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021
एक बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि बुधवार को मैंने जो कुछ कहा था उसका अर्थ गलत निकाया गया, मैंने जिस परिप्रेक्ष्य में ये चीजें कही थी मेरा उससे मतलब केंद्र सरकार से था। मैंने कहा था कि जैसे केंद्र सरकार कानून लाकर किसानों को निशाना बना रही है उसी तरह से वो अगला कोई कानून लेकर आएगी जिसमें मीडिया को निशाना बनाया जाएगा। मैंने मीडिया के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं कहा है, मेरे 46 सेकंड के बयान को तोड़ मरोड़ कर और आधा अधूरा दिखाया जा रहा है जिससे ये भ्रम फैला है।
I'd said something y'day which was misinterpreted. I actually meant that the next target of Centre is media houses. We've never said anything against media: BKU leader Rakesh Tikait's explanation on his previous statement (29.09) pic.twitter.com/XxRqZTJLMF
— ANI (@ANI) September 29, 2021
राकेश टिकैत गाजीपुर बार्डर पर किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं वो आए दिन किसान संगठनों को अपने साथ जोड़ने के लिए कोई न कोई कार्यक्रम करते रहते हैं जिससे किसान जुड़े रहे। मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत में उमड़ी भीड़ को देखकर संगठन को काफी खुशी हुई थी, लगा था कि किसान अभी भी उनके साथ जुड़े हुए हैं। मालूम हो कि यूपी गेट पर किसान बीते 10 माह से बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, इस वजह से एनएच-9 और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक पूरी तरह से बंद पड़ा है।
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