Banyan Tree benefits: इन बीमारियों में फायदेमंद है बरगद की जड़ें और पत्ते, आप भी उठाएं लाभ
पत्तों के सेवन से कुछ ही दिनों में बवासीर की बीमारी दूर हो जाती है। बड़ के पत्ते पुरानी इऔट का चूर्ण सोंठ गिलोय और पुनर्नवा की छाल का चूर्ण को पानी के साथ पीसकर भगंदर के घाव पर लेप करें। इससे नासूर का इलाज होता है।

नई दिल्ली [रितु राणा]। बरगद का पेड़ शरीर को बीमारियों से मुक्त करने में बहुत लाभकारी है। ऐसे पेड़ों का संरक्षण बहुत जरूरी है। कोरोना काल में भी हमने पेड़ पौधों के महत्व को समझा है। आक्सीजन प्राप्त करने के लिए पेड़ों का होना बहुत जरूरी है। वहीं, नौ जून को वट सावित्री के व्रत में भी महिलाएं बरगद के पेड़ को पूजती हैं। ऐसा मन जाता है कि इसकी पूजा से महिलाओं का सौभाग्य अखंड रहता है व संतान संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं। इस पेड़ की पूजा से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और पूजा करने वाले को धन संबंधी कोई समस्या नहीं होती, इसलिए इसकी पूजा होती है।
बरगद के फायदे
दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर व दिल्ली प्रांत पर्यावरण संयोजक पर्यावरविद डा. चंद्र प्रकाश बताते हैं है कि बड़ के पत्तों के सेवन से कुछ ही दिनों में बवासीर की बीमारी दूर हो जाती है। बड़ के पत्ते, पुरानी इऔट का चूर्ण, सोंठ, गिलोय और पुनर्नवा की छाल का चूर्ण को पानी के साथ पीसकर भगंदर के घाव पर लेप करें। इससे नासूर का इलाज होता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वट वृक्ष की जड़ से कर्जमुक्ति होती है। देवताओं में ब्रह्मा का वास वट वृक्ष में माना गया है इसलिए इससे ब्रह्मा की कृपा भी प्राप्त होती है। इसकी जड़ धारण करने से ना केवल मानसिक शांति और विचारों की शुद्धता प्राप्त होती है बल्कि दिमाग केंद्रित भी होता है। कई बीमारियों में भी इसकी जड़ लाभकारी होती है।
बलबीर नगर की बबीता गोयल ने कहा कि हम संकल्प लेते हैं कि पौधे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पौधे लगाना और उनकी देखरेख करना हर मनुष्य का कर्तव्य है। इसलिए इस वट सावित्री व्रत के दिन मैं बरगद का पौधा लगाऊंगी। बरगद सबसे अधिक मात्रा में आक्सीजन देता है।
सोनिया विहार की नेहा उप्रेती ने कहा कि मैं संकल्प लेती हूं कि इस वट सावित्री व्रत के दिन बरगद का पौधा जरूर लगाऊंगी। बरगद के पेड़ के बहुत फायदे हैं, और हमें ज्यादा से ज्यादा औषधीय पौधे ही लगाने चाहिए। वहीं अल्पना शर्मा का कहना है कि तीसरा पुश्ता मुझे पौधे लगाना बहुत अच्छा लगता है। मैं अपनी छत पर पौधे लगाती रहती हूं, आसपास हरियाली होती है तो काफी सुकून मिलता है। इस वट सावित्री व्रत के दिन मैं घर के बाहर कहीं खुली जगह पर बरगद का पौधा लगाने का संकल्प लेती हूं।
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