गाजियाबाद पहुंची किसान क्रांति यात्रा, दिल्ली कूच की तैयारी, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
एनएच 24 को वाहनों के लिए पूरी तरह खोल दिया गया है सड़क खुलने के बाद गाजियाबाद से दिल्ली और दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले वाहनों का निकलना शुरू हो गया है हालांकि ऑफिस टाइम के चलते अभी भी जाम के हालात बने हुए हैं।
नई दिल्ली/गाजियाबाद (जेएनएन)। हरिद्वार से 23 सितंबर को चली भाकियू की किसान क्रांति यात्रा सोमवार को गाजियाबाद पहुंच गई है। यहां किसानों का हज हाउस में ठहरने का कार्यक्रम था, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है। प्रशासन के इस फैसले में गुस्साए किसान गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन चौराहे पर ही धरना देने लगे। रैली को फिलहाल गाजियाबाद के लिंक रोड स्थित नंबरदार फार्म हाउस में रोका गया है। मौके पर गाजियाबाद के जिलाधिकारी और एसएसपी समेत अन्य अधिकारी किसान प्रतिनिधियों से बात करने में लगे हुए हैं। इस बीच किसान क्रांति यात्रा का प्रतिनिधि मंडल गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलने के लिए रवाना हो चुका है।
दो अक्टूबर को भाकियू की यह किसान क्रांति यात्रा दिल्ली में किसान घाट तक पहुंचेगी। भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह ने दावा किया कि दिल्ली तक पहुंचते-पहुंचते किसानों की संख्या लाखों में होगी। हरियाणा, पंजाब, यूपी के किसान बड़ी संख्या में सीधे किसान घाट जाएंगे। किसान संपूर्ण कर्ज माफी और फसलों के दाम स्वामीनाथन आयोग के सी-2 फार्मूले के आधार पर देने समेत 21 सूत्रीय मांगों को लेकर यह यात्रा निकाल रहे हैं।
हरिद्वार से दिल्ली आ रही किसानों की रैली को राजधानी की सीमा में घुसने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने अभी से NH24 पर बैरीकेडिंग कर दी है। इसके साथ ही NH24 पर यूपी गेट के पास सामान्य ट्रैफिक को भी डायवर्ट कर दिया गया है। वाहन चालकों को आनंद विहार और मयूर विहार की तरफ मोड़ा जा रहा है। इसकी वजहसे अभ से एनएछ पर भारी जमने लगने लगा है।
वाहन चालकों को आनंद विहार और मयूर विहार की तरफ मोड़ा जा रहा है। इसकी वजहसे अभ से एनएछ पर भारी जमने लगने लगा है। मंगलवार सुबह किसान क्रांति रैली दिल्ली को दिल्ली जाना है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत के नेतृत्व में हरिद्वार से आ रही तकरीबन 50 हजार किसानों की रैली सोमवार दोपहर गाजियाबाद पहुंच चुकी है। रैली को फिलहाल गाजियाबाद के लिंक रोड स्थित नंबरदार फार्म हाउस में रोका गया है। मौके पर गाजियाबाद के जिलाधिकारी और एसएसपी समेत अन्य अधिकारी किसान प्रतिनिधियों से बात करने में लगे हुए हैं।
किसान प्रतिनिधियों के मुताबिक आज रात उनका एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करने दिल्ली जाएगा। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मंगलवार सुबह किसान आगे की रणनीति तैयार करेंगे। उधर यूपी गेट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को निकले के लिए कुछ समय तक यातायात बंद कर दिया गया था।
फिलहाल NH 24 को वाहनों के लिए पूरी तरह खोल दिया गया है सड़क खुलने के बाद गाजियाबाद से दिल्ली और दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले वाहनों का निकलना शुरू हो गया है हालांकि ऑफिस टाइम के चलते अभी भी जाम के हालात बने हुए हैं। किसान भी दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं। मंगलवार सुबह तकरीबन 50 हजार किसानों की रैली को गाजियाबाद से दिल्ली के लिए कूच करना है। ऐसे में दिल्ली सीमा से प्रवेश न दिए जाने पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। दिल्ली जाने के दौरान किसानों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
रैली की वह से दिन भर जाम रहा दिल्ली-मेरठ हाईवे
किसान क्रांति रैली की वजह से पिछले दो दिनों से दिल्ली-मेरठ हाईवे पर दोनों तरफ किसानों का कब्जा रहा। हजारों किसानों के साथ सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर ट्रालियां भी हैं। रविवार को मुुुुरादनगर से किसानों की यात्रा शुरू होने के बाद जो लोग दिल्ली-मेरठ हाईवे पर आ गए थे, वे जाम में फंसे रह गए। वहीं, मेरठ की तरफ जाने वाले राहगीर भी मुरादनगर से ही जाम में फंस गए थे। सोमवार को गाजियाबाद आने के दौरान भी रैली की वजह से दिल्ली-मेरठ हाईवे पर ऐसी ही स्थिति बनी रही। मंगलवार को भी रैली की वजह से एनएच-24 पर भीषण जाम लगने का अनुमान है।
संपर्क मार्गो पर भी लगा जाम
दिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम के चलते सैकड़ों वाहन पाइपलाइन मार्ग होकर गंगनहर पटरी मार्ग पर पहुंचे। इसी के चलते वहां पर वाहनों के आमने सामने आने के चलते जाम लग गया। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति भागीरथी रेगुलेटर पर रही। यहां पुल की चौड़ाई कम होने व वाहनों के एक दूसरे के सामने आने से भयंकर जाम लगा था। पुल को पार करने में लोगों को एक से डेढ़ घंटे तक एक ही जगह खड़े रहकर इंतजार करना पड़ा। स्थिति भयावह होने पर तीन पुलिसकर्मियों को रेगुलेटर पर व्यवस्था में लगाया गया।
आज का डायवर्जन प्लान
-गाजियाबाद से मेरठ जाने वाले सभी छोटे-बड़े वाहन सुबह साढ़े छह बजे से डायवर्ट होकर हापुड़ चुंगी होते हुए पिलखुवा जाएंगे।
-मेरठ से गाजियाबाद आने वाले सभी वाहन मोदीनगर से डायवर्ट होकर पिलखुवा होकर गाजियाबाद आएंगे।
-निवाड़ी पुलिया गंग नहर से वाहन मुरादनगर न आकर मोदीनगर की तरफ जा सकेंगे।
-सुबह नौ बजे से करनगेट व भोपुरा से आगे कोई भी बड़ा वाहन नहीं आ सकेगा। -दोपहर से कोई भी वाहन एएलटी रोड की ओर नहीं आ सकेगा।
-वाहनों को एलिवेटेड गोल चक्कर से मेरठ तिराहा हापुड़ मोड़ से भेजा जाएगा।
मोदीनगर से मेरठ मोड़ तक के स्कूल बंद
किसान यात्रा के चलते मोदीनगर से मेरठ मोड़ पर पड़ने वाले सभी सरकारी व निजी विद्यालय बंद करा दिए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक पंकज पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि उपजिलाधिकारी के आदेश पर मोदीनगर से लेकर गाजियाबाद तक के मेरठ-दिल्ली रोड पर पड़ने वाले सभी सरकारी स्कूल करा दिए गए हैं। छात्र-छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से ये निर्णय लिया गया है। इसमें कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूल बंद हैं। अगर कोई स्कूल खुला तो कार्रवाई की जाएगी।
राकेश टिकैत बोले, मांगें पूरी नहीं हुईं तो उग्र होगा आंदोलन
‘देश का अन्नदाता आज दुखी है। किसान कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा है। किसान आज सड़कों पर हैं। इसके लिए पूरी तरह से सरकार और उसकी गलत नीतियां जिम्मेदार हैं। जब तक इस देश में किसान दुखी रहेगा। तब तक तरक्की की बात करना पूरी तरह निर्थक है।’ यह बातें रविवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने राज चौपले के निकट स्वागत कार्यक्रम में कहीं।
नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह किसानों के कर्ज माफ करे। किसानों को मुफ्त बिजली दे। साथ ही ऐसी नीति बनाए जिससे किसान अपनी फसल का भाव खुद तय कर सके। किसान को छोड़कर दुनिया में ऐसा कोई भी उत्पादनकर्ता नहीं है, जिसके सामान का भाव कोई दूसरा तय करता हो। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में दो अक्टूबर को लाखों किसान सरकार के समक्ष अपनी मांगें रखेंगे। किसानों की मागों और समस्याओं का सरकार कोई हल नहीं निकालेगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। किसी भी सूरत में सरकार विरोधी नीतियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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